दिल्ली से इंदौर जा रही ट्रेन के थर्ड एसी कोच में सोमवार रात को एक महिला का शव टॉयलेट में मिलने से हड़कंप मच गया. उसके सोने के टॉप्स, चांदी की पायल और हाथ में पहना हुआ नकली कड़ा गायब मिला. महिला के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं. महिला के पति ने लूट के लिए हत्या किए जाने का आरोप लगाया है. जीआरपी का कहना है कि मौत की असली वजह का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगी. यह घटना चित्तौड़ में रात के ढाई बजे घटित हुई. यह जोड़ा सूरत जा रहा था और अलवर का रहने वाला है. मृतका का नाम अंजू है जिसकी उम्र 28 साल है. वह अपने पति जितेंद्र और दो साल के बेटे प्रीतेश के साथ थी.
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सोमवार शाम को परिवार दिल्ली के सरायरोहिल्ला से थर्ड एसी कोच-बी4 में सवार हुआ था. बेटा प्रीतेश अंजू के पास था. जितेंद्र ने बताया कि रात के दो से ढाई बजे के बीच बच्चे के रोने की आवाज से उसकी नींद खुली. देखा तो अंजू सीट पर नहीं थी. थोड़ी देर बाद वह टॉयलेट में पत्नी को ढूंढने के लिए गया लेकिन वह वहां भी नहीं मिली. इसके बाद जीतेंद्र कोच के दूसरे छोर पर मौजूद टॉयलेट में पत्नी को ढूंढने के लिए गया तो वह कंबोड पर बैठी हुई और एक साइड लुढ़की हुई थी. उसके गले में चुन्नी लिपटी हुई थी. अटेंडर टॉयलेट के पास ही सो रहा था मगर उसने घटना के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से मना किया.
पीड़ित का कहना है कि आरपीएफ का कोई भी जवान सुरक्षा में नहीं था. इसके बाद उसने ट्रेन रोकने के लिए चेन खींची. घटना से आक्रोशित यात्रियों ने सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए काफी हंगामा किया।. इस घटना के कारण ट्रेन 37 मिनट देरी से रवाना हुई.