दिल्ली: कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के महासचिव पद से इस्तीफे के बाद अब प्रियंका गांधी अकेले ही मिशन 2022 की बागडोर संभालेंगी यानि अब प्रियंका गांधी पूरे उत्तर प्रदेश की महासचिव प्रभारी होंगी. लोकसभा चुनाव से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियंका गांधी को पश्चिम और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था. लेकिन सिंधिया ने राहुल गांधी की राह चलते हुए पार्टी की हार की जिम्मेदारी ली और उन्होंने महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया.
खबरों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से महज एक महीना पहले ही ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियंका को ये जिम्मेदारी इसलिए दी गई थी क्योंकि समय बहुत कम था और अकेले प्रियंका गांधी राज्य की 80 सीटों पर प्रचार नहीं कर सकती थीं. इसलिए दो नेताओं में काम बांट दिया गया था.
अब सिंधिया ने महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है तो प्रियंका गांधी पूरे प्रदेश की बागडोर संभालेंगी और मिशन 2022 की अगुवाई करेंगी. लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद अब कांग्रेस के सामने संगठन में नए सिरे से जान फूंकने की चुनौती है.कांग्रेस के भीतर कई बार इस बात को लेकर चर्चा हुई है कि राज्य को चार हिस्से में बांट देना चाहिए और चार अध्यक्ष बनाने चाहिए लेकिन पार्टी में इन तमाम बातों को लेकर एक राय बनी है कि एक ही महासचिव और एक अध्यक्ष पूरे प्रदेश के लिए काम करेंगे.
कांग्रेस जानकारों के मुताबिक़, जब योगी आदित्यनाथ, मायावती और अखिलेश यादव पूरे प्रदेश के नेता हो सकते हैं या पूरे प्रदेश में पार्टी को चला सकते हैं तो फिर कांग्रेस राज्य के कामकाज को चार भागों में क्यों बांटे