दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनावों की मतगणना के सोमवार सुबह ग्यारह बजे तक मिले प्रारंभिक रुझानों के अनुसार आम आदमी पार्टी (AAP) नोटा से भी पीछे है। आप के उम्मीदवार जमानत भी नहीं बचा पाएंगे। राज्य में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी के वोट शेयर NOTA से कम है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक सुबह 11.00 बजे तक की गिनती के मुताबिक आम आदमी पार्टी को सिर्फ 3686 वोट मिले हैं जबकि NOTA के तहत 28492 वोट पड़ चुके थे। ओवेसी की पार्टी को 15401 वोट मिले है। हालांकि आप ने 26 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था।
बता दें कि इससे पहले 2018 में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में तीसरी शक्ति बनने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी की वहां भी करारी हार हुई थी। आप के ज्यादातर प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा सके थे। इन राज्यों में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी के वोट शेयर NOTA से कम था। छत्तीसगढ़ और एमपी में इसे मिले वोटों का प्रतिशत नोटा को मिले वोटों के आधे से भी कम था। राजस्थान, जहां पार्टी ने सभी 200 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, वहां नोटा को पड़े वोट पार्टी को मिले वोटों के तीन गुना से ज्यादा था।
गौरतलब है कि इस साल 30 नवंबर से झारखंड विधानसभा के चुनाव शुरू हो गए थे। नक्सल प्रभावित राज्य होने के चलते यहां 5 चरणों में चुनाव हुआ। आखिरी चरण के तहत 20 दिसंबर को वोट डाले गए। बता दें कि अगले साल दिल्ली में भी चुनाव होने हैं। जहां इस समय आम आदमी पार्टी सत्ता में है।