इस बार की गर्मी आम जनता को और परेशान कर सकती है. सरकार एयर कंडीशनर (ACs), रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन और माइक्रोवेव ओवन में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने जा रही है. इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से एसी, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन महंगे हो सकते हैं. जिसके चलते जनता की जेब पर दोहरी मार पड़ सकती है. बता दें कि पिछले साल सरकार ने 19 लग्जरी उत्पादों पर इंपोर्ट ड्यूटी में भारी बढ़ोतरी की थी.
वाणिज्य मंत्रालय एसी और रेफ्रिजरेटर के कंप्रेसर और कंडेन्सर बनाने में लगने वाली स्टील शीट और कॉपर ट्यूब पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. सरकार ने पिछले साल कंप्रेसर पर इंपोर्ट ड्यूटी को 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी किया था. एसी, रेफ्रिजरेटर औऱ 10 किलो से कम क्षमता वाली वॉशिंग मशीनों पर इंपोर्ट ड्यूटी दोगुना करके 20 फीसदी कर दिया गया था.
बिजनेस स्टैंडर्ड में छपी खबर के मुताबिक सरकार द्वारा इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाए जाने से मैन्युफैक्चरर्स की परेशानी बढ़ सकती है. पिछली बार इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने पर मैन्युफैक्चरर्स को इन उत्पादों के दामों में 3-5 फीसदी इजाफा करना पड़ा था. अब और इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से लोकल मैन्युफैक्सरर्स को नुकसान उठाना पड़ सकता है.