राजस्थान में सियासी खींचतान पर कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी के बागी विधायकों को मानसेर में बीजेपी के होटल से निकल जाना चाहिए. हरियाणा सरकार होटल में पुलिस तैनात करके उनकी मदद कर रही है. सचिन पायलट को बीजेपी की आवभगत को त्यागकर पार्टी से बातचीत करनी चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने रविवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सचिन पायलट को बीजेपी का आतिथ्य त्याग देना चाहिए और पार्टी से आकर सभी मसलों पर बात करनी चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक पार्टी के नाराज विधायकों का सवाल है, हम उनसे पहले ही कह चुके हैं कि मीडिया के जरिये वार्तालाप नहीं हो सकता है. आप प्रजातंत्र के अहम अंग हैं. हम इसे स्वीकार करते हैं. लेकिन परिवार का मामला परिवार में बैठकर सुलझेगा. मसला मीडिया में बयान देने से नहीं सुलझ सकता है.
सुरजेवाला ने कहा कि दूसरी बात, सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों को बीजेपी की मेहमानवाजी अस्वीकार करनी चाहिए. जिस प्रकार हरियाणा की बीजेपी सरकार कांग्रेस विधायकों की खातिरदारी में लगी है वह अप्रत्याशित और चौंकाने वाला है. बीजेपी के समर्थक जिस तरीके से नाराज विधायकों का पक्ष ले रहे हैं, वह कहीं न कहीं साजिश की तरफ इशारा करता है.
फ्लोर टेस्ट सीएम का विवेकाधिकार
फ्लोर टेस्ट के सवाल पर सुरजेवाला ने कहा कि फ्लोर टेस्ट मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट का विवेकाधिकार है. यह सीएलपी की सिफारिश पर होता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी नेतृत्व पार्टी की राज्य ईकाई से बार बार कह रहा है कि वो फ्लोर टेस्ट की मांग न करें. इसका मतलब है कि उनके बास संख्याबल नहीं है.
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के पास बहुमत है. इस बात को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया भी स्वीकर कर चुके हैं. बीजेपी के नेता इस बात से पीछे हट गए हैं कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति शासन की मांग ही नहीं कर रही थी. बीजेपी के नेता तो यहां तक कह रहे हैं कि राज्य सरकार को विश्वास मत साबित करने की जरूरत नहीं है. इन दोनों बयानों से बीजेपी के षड्यंत्र का भंडाफोड़ हो जाता है.