वाशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने कहा कि भारतीय सीमा समेत कई मोर्चों पर चीन द्वारा की जा रही हरकतों से ऐसा लगता है कि वो फायदा उठाने की कोशिश में है. उन्होंने कहा कि बीजिंग का यह मानना है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण विश्व का ध्यान भटका है और वह उसका फायदा उठा सकता है.
पूर्वी एशियाई एंव प्रशांत मामलों के लिए सहायक विदेश मंत्री डेविड स्टिलवेल ने यह भी कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का प्रशासन भारत-चीन की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है.स्टिलवेल ने कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए पत्रकारों से कहा कि चीन की भारत में हालिया कार्रवाई उसकी डोकलाम सहित भारतीय सीमा पर पहले की गई गतिविधियों की तरह ही है.
बीजिंग को ऐसा लगता है कि अभी दुनिया का ध्यान भटका हुआ है
स्टिलवेल ने कहा, ‘‘ कई मोर्चों पर चीन द्वारा ऐसा करने के पीछे वजह यह हो सकती है कि बीजिंग को ऐसा लगता है कि अभी दुनिया का ध्यान भटका हुआ है और वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से उबर रही दुनिया का पूरा ध्यान लोगों की जान बचाने पर है, इस मौके को उसने फायदा उठाने के एक अवसर के तौर पर देखा होगा.’’
चीन के भारत सहित अपने पड़ोसी देशों के साथ आक्रामक रवैया अपनाने पर किए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इस पर सरकार का आधिकारिक रुख स्पष्ट नहीं कर रहा हूं लेकिन सार्वजनिक तौर पर उसके द्वारा ऐसा करने के कई स्पष्टीकरण मौजूद हैं.’’
स्टिलवेल ने कहा, ‘‘ हम जाहिर तौर पर भारत-चीन सीमा विवाद पर करीबी नजर रख रहे हैं.’’
द्विपक्षीय संबंधों और कोरोना वायरस महामारी पर विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और शीर्ष चीनी राजनयिक यांग जिएची के बीच हवाई में बैठक के बाद कॉन्फ्रेंस कॉल में उन्होंने यह बयान दिया.
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हुए थे.
इस बैठक में भारत-चीन विवाद का मुद्दा उठा या नही इस बारे में कोई पुष्ट जानकारी नहीं है. हालांकि विदेश विभाग के अधिकारी ने क्षेत्र में हाल में चीन के बर्ताव को लेकर चिंता जरूर जतायी.