हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को दिल्ली स्थित अपने आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले राज्य के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई. बैठक के लिए हुड्डा के दिल्ली स्थित आवास पर कुल 30 विधायक मौजूद थे. हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कुल 37 विधायक जीते हैं. इनमें से छह विधायक बैठक से नदारद रहे. विधायकों को हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता के मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाया गया था. बाकी 6 विधायक हुड्डा के घर नहीं पहुंचे हैं. उनमें दो कुमारी सेलजा खेमे के विधायक हैं और तीन एंटी हुड्डा खेमे से हैं और बाकी एक आदित्य सुरजेवाला ( रणदीप सुरजेवाला का बेटा) हैं.
हुड्डा की बैठक से नदारद रहे छह विधायक
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक से छह विधायक नदारद रहें. जो विधायक नदारद रहें. वे हैं- चंद्रमोहन बिश्नोई (भजनलाल का बेटा), सैली चौधरी, अकरम खान, रेणु बाला, आदित्य सुरजेवाला और नरेश सेलवाल.
हालांकि, बैठक के बाद हुड्डा ने कहा कि यह सभी विधायकों की ‘अनौपचारिक बैठक’ थी. उन्होंने कहा कि यह महज एक अनौपचारिक बैठक थी. सभी विधायक एक साथ आए हैं. विपक्ष के नेता पर फैसला शुक्रवार होने वाली बैठक में लिया जाएगा. इस तरह से विधायक दल के नेता के चुनाव से पहले हुड्डा की 30 विधायकों के साथ बैठक उनका शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है. विधायक दल की बैठक में विधायकों से यथास्थिति बनाए रखने का प्रस्ताव रखने की उम्मीद है, जिसमें सदन में विपक्ष के नेता के रूप में हुड्डा को फिर से चुनने का प्रस्ताव दिया जा सकता है.
विधायक दल की बैठक से पहले हुड्डा का शक्ति प्रदर्शन
हालांकि सिरसा की सांसद और कुमारी शैलजा, जिन्हें हुड्डा विरोधी माना जाता है, का समर्थन करने वाले विधायक भी विपक्ष के नेता पद के लिए अपना दावा पेश कर रहे हैं.
चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक में सहायता के लिए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, अजय माकन और पंजाब के नेता प्रताप सिंह बाजवा को पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है. बता दें विधानसभा चुनाव में भाजपा फिर से तीसरी बार सत्ता में वापस करने में कामयाब रही है. 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 48 सीटों पर तो कांग्रेस ने 37 सीटों पर जीत हासिल की है. गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी फिर से हरियाणा के नये सीएम के पद की शपथ लेंगे. इसके साथ ही गुरुवार को ही चंडीगढ़ में एनडीए की बैठक भी है.