नई दिल्ली :भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) इतिहास रचने के करीब ही था कि चंद्रयान- 2 के लैंडर विक्रम का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। संपर्क टूट जाने के बाद वैज्ञानिकों की मेहनत वहीं बिखर गई। आज पीएम मोदी ने इसी संदर्भ में ISRO संटर से देश को संबोधित किया। संबोधन के बाद जब मोदी से ISRO प्रमुख के सिवन ने मुलाकात की तो सिवन की हिम्मत जवाब दे गई और वो वहीं फूट-फूट कर रो पड़े।
इससे पहले विक्रम लैंडर से संपर्क टूट जाने पर पीएम मोदी वैज्ञानिकों को हिम्मत बंधाते हुए ट्वीट किया था।
पीएम मोदी ने कहा- ‘उम्मीद मत खोइए। साहसी बनिये। जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं। आप सभी ने जो किया है, वह कोई छोटी बात नहीं है। आपने देश, विज्ञान और मानव जाति की बहुत बड़ी सेवा की है। मैं आपके साथ हूं। आप सभी को शुभकामनाएं।’
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर अपनी
नियोजित लैंडिंग से पहले विक्रम लैंडर के साथ ISRO
ने संपर्क खो गया था।
इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि संपर्क उस समय टूटा, जब
विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर
दूर रह गया था। इसरो चीफ के सिवन ने कहा कि अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है।
लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया।