पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पीएम नरेंद्र मोदी के रोड शो को लेकर भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पीएम का रोड शो रोकने के लिए पुलिस पर मध्य कोलकाता में सीआरपीसी की धारा 144 लागू करने का आरोप लगाया है. पीएम मोदी का 28 मई को कोलकाता में रोड शो करने का कार्यक्रम है.
सुकांत मजूमदार ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कोलकाता पीएम नरेंद्र मोदी के रोड शो को रोकने के लिए मध्य कोलकाता में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है, हालांकि कोलकाता पुलिस ने इसे नियमित करार दिया गया है.
सुकांत मजूमदार ने एक्स पर लिखा कि चुनाव के 5 चरणों के बाद जनता की इच्छा को भांपते हुए सीएम अब भयभीत हैं. हताश होकर उन्होंने पुलिस को पीएम मोदी के रोड-शो को रोकने के लिए कोलकाता में धारा 144 लागू करने का आदेश दिया है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कोलकाता पुलिस को टीएमसी सरकार द्वारा 28 मई को पीएम के रोड शो को रोकने के लिए मध्य कोलकाता में प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है.
उन्होंने दावा किया कि यह दिखाता है कि कोलकाता को लंदन बनाने के बजाय टीएमसी कोलकाता को दूसरा अफगानिस्तान या उससे पहले का कश्मीर बनाना चाहती है.
कोलकाता पुलिस ने आरोप को किया खारिज
दूसरी ओर, सुकांत मजूमदार के दावे के बाद कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने जारी बयान में कहा कि निषेधाज्ञा 28 मई से 26 जुलाई तक 60 दिनों तक लागू रहेगी. विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी मिली है कि हिंसक प्रदर्शन होने की संभावना है. इसके परिणामस्वरूप बऊबाजार पुलिस स्टेशन, हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन और मुख्यालय ट्रैफिक गार्ड के.सी. दास क्रॉसिंग से विक्टोरिया हाउस (सी.ई.एस.सी. मुख्य कार्यालय) और बेंटिक में अशांति पैदा हो सकती है.
राज्य गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह एक नियमित आदेश है और उस क्षेत्र में इस तरह के प्रतिबंध नियमित आधार पर लगाए जाते हैं।
जनवरी और मार्च में जारी किए गए इसी तरह के आदेशों की प्रतियां साझा करते हुए, कोलकाता पुलिस ने एक्स पर भाजपा नेता को जवाब दिया है. इस बयान में कहा गया है कि कोलकाता पुलिस नियमित आधार पर डलहौजी और विक्टोरिया हाउस के आसपास 144 सीआर पीसी आदेश जारी करती है. यह कोई नई बात नहीं है और पिछले आदेशों की प्रतियां हैं संलग्न किया जा रहा है. इसलिए कृपया भ्रामक जानकारी फैलाने से बचें.