नई दिल्ली: पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, “आज उत्तर प्रदेश में क्या हो रहा है? एक पत्रकार की हत्या कर दी गई. मैं इसकी निंदा करती हूं.”
पत्रकार सुलभ की मौत के मामले में एबीपी गंगा चैनल पर खबर दिखाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है. एडीजी प्रेम प्रकाश का दावा है कि परिवार को सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है. एक महिला और एक पुरुष कांस्टेबल परिवार की सुरक्षा में रहेगा. परिवार जिस तरह चाहेगा उस तरह से मामले में जांच कराई जाएगी.प्रियंका गांधी ने पत्रकार की मौत पर योगी सरकार को घेरा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पत्रकार की मौत को लेकर योगी सरकार पर हमला करने से नहीं चूकीं. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि क्या जंगलराज को पालने-पोषने वाली यूपी सरकार के पास पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव जी के परिजनों के आंसुओं का कोई जवाब है?
‘आप’ सांसद संजय सिंह ने मौत पर उठाए सवाल
इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी पत्रकार सुलभ की संदिग्ध मौत पर सवाल उठाए. उन्होंने इसे हत्या करार देते हुए ट्वीट कर कहा, “शराब माफियाओं के खिलाफ खबर चलाने के कारण यूपी में एक पत्रकार की हत्या हो जाती है, जबकि एक दिन पहले सुलभ जी ने एडीजी को पत्र लिखकर हत्त्या की आशंका जताई थी लेकिन सब सोते रहे.”
परिवार ने लगाया साज़िशन हत्या का आरोप
परिजनों का आरोप है कि ये हादसा नहीं बल्कि हत्या है. पत्नी ने हत्या के पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताई है. पत्नी रेणुका श्रीवास्तव ने पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. पत्नी का आरोप है कि प्रतापगढ़ की पुलिस पर भरोसा नहीं है. प्रतापगढ़ पुलिस मामले में लीपापोती करेगी. सीबीआई जांच से ही सच सामने आएगा.
परिवार ने अपने लिए भी खतरे का अंदेशा जताया है और सुरक्षा की मांग की है. परिवार का आरोप है कि सुलभ कई दिनों से बेहद परेशान थे. सुलभ श्रीवास्तव ने परिवार के सामने ही पुलिस को देने के लिए प्रार्थना पत्र तैयार किया था. पत्नी ने कहा कि अगर पुलिस ने वक्त रहते मदद कर दी होती तो आज सुलभ जिंदा होते.