दिल्ली: दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की ‘भारत बचाओ रैली’ शुरु हो गई है। इस रैली में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा मनमोहन सिंह और पार्टी के दूसरे बड़े नेता मौजूद हैं। रैली में गिरती अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोजगारी समेत किसानों की समस्याओं पर सरकार को घेरने का प्रयास किया जा रहा है। रैली में देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जुटाकर ताकत दिखाने की कोशिश की जा रही है।
रैली में मौजूद कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओ के बीच राहुल गाँधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं बल्कि राहुल गांधी है. मैं अपने बयान पर माफी नहीं मांगूंगा.
रैली में राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. राहुल ने कहा, ‘’पीएम मोदी ने कालेधन का नाम लेकर झूठ बोला और नोटबंदी लागू कर दी. नोटबंदी की चोट देश अभी भी झेल रहा है. राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने जल्दबाजी भी जीएसटी लागू किया और अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया.
इतना ही नहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने आगे कहा,” संविधान नष्ट हो जाएगा, देश बंट जाएगा. देश प्यारा है तो आज देश की आवाज बनो.” उन्होंने कहा,” यह देश हमारा है और इसे विनाश से बचाना हमारा कर्तव्य हमारा है.आज न्याय के खिलाफ नहीं लड़ेगा वो इतिहास में कायर कहलाएगा”
प्रियंका गांधी ने कहा,” हम देश को बचाना चाहते हैं. ये देश प्रेम और भाई चारे का है. यह देश स्वतंत्रता संग्राम से बना है. सबको समानता देने वाला देश है. यह देश प्रेम और भाईचारे का है. समानता और स्वाभिमान देने वाला देश है.”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि कुछ साल पहले हमारे देश की अर्थव्यवस्था इतनी फल फूल रही थी कि सब चीन से तुलना करने लगे थे, लेकिन अब इस सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद कर दी है.
इससे पहले अहमद पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, के सी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं ने रामलीला मैदान का दौरा किया और ‘भारत बचाओ’ रैली की तैयारियों की समीक्षा की।
इसी बीच असम कांग्रेस ने शुक्रवार को जंतर मंतर पर नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। असम कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों ने दावा किया गया कि इस अधिनियम से असमिया भाषी लोग अपनी पहचान और संस्कृति खो देंगे।
कांग्रेस ने अपने सभी फ्रंटल ऑरगनाइजेशन और स्टेट यूनिट से कहा है कि वो बड़ी से बड़ी तादात में जनता को दिल्ली के रामलीला मैदान तक लाएं। सोनिया गांधी के पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद ये पहला मौका है, जब कांग्रेस मेगा रैली का आयोजन करने जा रही है। पहले ये रैली 30 नवंबर को होने वाली थी लेकिन बाद में संसद के शीतकालीन सत्र के मद्देनजर इसको 14 दिसंबर को शिफ्ट कर दिया गया।