दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 (COVID-19) का प्रभाव आज या कल में जाने वाला नहीं है. इसका असर रहेगा. उन्होंने अपनी बात के समर्थन में तर्क दिया कि 17 मई को लॉकडाउन में छूट देते ही एक हफ़्ते में 3500 संक्रमित बढ़ गए, लेकिन 2500 ठीक हो गए हैं.
अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं पर उन्होंने कहा कि निजी और सरकारी अस्पतालों को मिलाकर कुल 4000 बेड उपलब्ध हैं. साथ सीएम केजरीवाल ने बताया कि सरकार के पास 250 वेंटिलेटर हैं, जिनमें से 10 का ही इस्तेमाल हो रहा है. बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 13,418 तक पहुंच चुकी है. अब तक इस प्राणघातक संक्रमण से 261 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में है, हम पूरा ध्यान रख रहे हैं
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, दो दिन पहले मुझे पता चला कि कोई कोविड-19 मरीज प्राइवेट अस्पताल में गया था, तो उसे बाहर कर दिया गया. कोविड के मामले में कोई अस्पताल मरीज को बाहर नहीं करेगा. प्राइवेट अस्पताल की जिम्मेदारी है. हमने उस अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उसे कोविड बेड दिलाने की अस्पताल की ज़िम्मेदारी है. अब हम एक सिस्टम बना रहे हैं कि कोविड-19 का कोई गंभीर मरीज है तो उसे कहां जाना चाहिए, मरीज को पता चल जाएगा. केजरीवाल ने कहा कि, दिल्ली में स्थिति नियंत्रण में है, हम पूरा ध्यान रख रहे हैं.
ठीक हो रहे हैं लगभग 50 प्रतिशत संक्रमित
स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन के स्टॉफ से जुड़े एक व्यक्ति के कोरोना पॉज़िटिव होने वाले मामले पर संजय सिंह ने कहा कि, दिल्ली में सबसे ज़्यादा जांच हो रही है. लगभग 50 प्रतिशत लोग ठीक हो रहे हैं. प्लाज़्मा थेरेपी का भी टेस्ट चल रहा है. वेंटिलेटर और बेड पूरी तरह से तैयार हैं. इस दौरान सरकार लगातार काम कर रही है. हो सकता इस दौरान कुछ लोग संक्रमित हो गए हों. हो सकता है कि उन्होंने नियमों का पूरी तरह पालन किया हो, बावजूद इसके वे संक्रमित हो गए हो. स्वास्थ्य मंत्री के क्वारंटीन होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी बात नहीं हुई है इसलिए जानकारी नहीं है.