कोटद्वार. देश में कोरोना संक्रमण के मामले कुछ कम जरूर हुए हैं लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के विभन्न राज्यों की सरकारें लोगों से अभी किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की लगातार अपील कर रहे हैं। कोरोना से बचाव में जरा सी ढील से इस संक्रमण के फैलने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ताजा मामला सामने आया है उत्तराखंड के पौढ़ी जिले के एक गांव से, जहां शनिवार को 39 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।
गांव में इतने कोरोना मामले मिलने के बाद प्रशासन ने इस एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। पौढ़ी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनोज शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने पोखड़ा प्रखंड के सिलेठ गांव को सील कर दिया और इसे निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया। शर्मा ने कहा कि गांव में 24 नवंबर से एक दिसंबर तक रामलीला का मंचन किया गया, जिसमें कुछ लोगों में खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण दिखाई दिए थे। गांव की आबादी 285 है।
महाराष्ट्र के एक गांव में मिले थे 66 पॉजिटिव
इससे पहले महाराष्ट्र के जालना जिले में भी लापरवाही की वजह से एक हफ्ते में 66 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। जालना तहसील के खानपुरी गांव की आबादी 1700 है। यहां 26 नवंबर और तीन दिसंबर के बीच गांव में 66 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। तब एक अन्य स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया था कि 25 नवंबर को गांव के करीब 200 लोग एक अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे जहां पर लोगों ने कथित तौर पर कोविड-19 संबंधी हिदायतों का पालन नहीं किया, इसके बाद गांव में संक्रमण के मामले बढ़ने लगे।