दिल्ली. कोरोना वायरस (Corona Virus) की जांच के लिए हवाईअड्डों (Indian Airports) पर ‘प्री-इमीग्रेशन’ क्षेत्र में अतिरिक्त काउंटर, चिकित्सक, चिकित्सा उपकरण तथा संशोधित फॉर्म होंगे. केंद्र की इस घोषणा के बाद कि भारत आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की चिकित्सा जांच की जाएगी, उड्डयन सचिव पीएस खरोला ने विभिन्न विभागों और हवाईअड्डों के अधिकारियों के साथ चार घंटे तक बैठक की.
संशोधित फॉर्म एक डुप्लिकेट प्रति के साथ भरे जाएंगे. इनमें से एक प्रति, हवाईअड्डे के स्वास्थ्य अधिकारियों के पास होगी और दूसरी आव्रजन विभाग के पास. खरोला ने कहा कि राज्य सरकारों, आव्रजन विभागों और भारतीय विमानन प्राधिकरण की मदद से पर्याप्त मानव संसाधन की व्यवस्था की जाए.
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर भी सतर्कता
कर्नाटक के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने यहां बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए शहर के हवाईअड्डे पर पहुंचने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच की जाएगी. सुधाकर ने विधान परिषद में बुधवार को कहा, ‘‘अभी तक हम कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच कर रहे थे लेकिन आज से हम सभी यात्रियों की जांच करेंगे.’’
सॉफ्टवेयर इंजीनियर पाया गया संक्रमित
बेंगलुरु से हैदराबाद गए एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के जांच में संक्रमित पाए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया है. स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरुमुलु ने दिन की शुरुआत में कहा था कि जिस अपार्टमेंट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रह रहा था, उसे संक्रमण मुक्त किया जा रहा है. सुधाकर ने बताया कि राज्य सरकार ने अगले छह महीने के लिए मास्क और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इन वस्तुओं की आपूर्ति का आदेश दे दिया है.
भारत में 29 लोग संक्रमितचीन (China) में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस (Corona Virus) ने अब भारत (India) में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है, जहां बुधवार को इससे संक्रमित लोगों की संख्या अचानक बढ़कर 29 हो गई. संक्रमित लोगों में 16 इतालवी पर्यटक हैं.
विदेशों में 17 भारतीय संक्रमित
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि विदेशों में 17 भारतीय कोरोना वायरस से संक्रमित हैं जिनमें से जापान के क्रूज जहाज से 16 मामले सामने आए हैं जबकि संयुक्त अरब अमीरात से एक भारतीय इनमें शामिल हैं. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि भारत का इरादा ईरान में एक प्रयोगशाला स्थापित करने का है ताकि वहां से भारतीयों को वापस लाने से पहले उनकी कोरोना वायरस की जांच की जा सके. ईरान सरकार ने अभी तक इसके लिए अनुमति नहीं दी है.