‘दाल में कुछ काला है’, ED ने YES bank के को-फाउंडर राणा कपूर को किया गिरफ्तार

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रविवार तड़के दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HDFL) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर को गिरफ्तार कर लिया। ईडी अधिकारियों ने उनसे कुल 31 घंटे पूछताछ की जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले निदेशालय ने शुक्रवार रात वर्ली इलाके में ‘समुद्र महल’ परिसर में राणा के आवास की तलाशी ली थी और उनसे वहां भी सख्त सवाल जवाब किए गए थे। बता दें कि संकट से जूझ रहे यस बैंक पर रिजर्व बैंक ने कई तरह की रोक लगा रखी है।

DHFL घोटाले से जुड़ा है मामला
अधिकारियों ने कहा कि कपूर के खिलाफ मामला घोटाले से प्रभावित DHFL से जुड़ा हुआ है, क्योंकि बैंक द्वारा कंपनी को दिया गया कर्ज कथित रूप से गैर-निष्पादित आस्तियां (NPA) घोषित कर दिया गया है। DHFL द्वारा एक कंपनी को 600 करोड़ रुपये का ऋण देना भी ईडी की जांच के दायरे में है। कपूर के खिलाफ PMLA के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की गई है। केंद्रीय जांच एजेंसी कुछ कॉर्पोरेट संस्थाओं को दिए गए ऋण और कथित रूप से रिश्वत के रूप में कुछ धनराशि कपूर की पत्नी के खातों में जमा किए जाने के संबंध में राणा की भूमिका की जांच भी कर रही है।

अन्य चीजें भी जांच के दायरे में
अधिकारियों ने कहा कि अन्य कथित अनियमितताएं भी एजेंसी की जांच दायरे में हैं, जिसमें एक मामला उत्तर प्रदेश बिजली निगम में कथित पीएफ धोखाधड़ी से संबंधित है। सीबीआई ने हाल में उत्तर प्रदेश में 2,267 करोड़ रुपये के कर्मचारी भविष्य निधि घोटाले की जांच शुरू की है, जहां बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों की मेहनत की कमाई को दीवान हाउसिंग फाइनैंस कॉरपोरेशन (DHFL) में निवेश किया गया। बता दें कि रिजर्व बैंक ने यस बैंक पर तमाम अंकुश लगाते हुए बैंक के जमाकर्ताओं के लिए तीन अप्रैल तक निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय की है।

Related posts

Leave a Comment