दिल्ली: देश के नए रक्षा मंत्री पदभार संभालते ही एक्शन में आ गए हैं। रक्षा मंत्री बनने के बाद राजनाथ सिंह कल सियाचिन के पहले दौरे पर जाएंगे। इस दौरे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ आर्मी चीफ बिपिन रावत और नॉर्दन आर्मी कमांडर भी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि सियाचिन दौरे से देश के नए रक्षा मंत्री ना केवल जवानों का हौसला बढ़ाएंगे बल्कि चीन को भी सीधा संदेश देने की कोशिश करेंगे।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रथम कार्यकाल वाली सरकार में सिंह गृह मंत्री थे लेकिन इस बार उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया है। रक्षा मंत्री के तौर पर सिंह की सबसे अहम चुनौती सेना के तीनों अंगों के काफी समय से लंबित पड़े आधुनिकीकरण को तेज करने और उनकी युद्ध तैयारियों में संपूर्ण सामंजस्य सुनिश्चित करने की होगी। उनके समक्ष एक और चुनौती चीन से लगी सीमा पर शांति एवं स्थिरता कायम करने तथा वहां चीन की किसी संभावित शत्रुता से निपटने के लिए जरूरी सैन्य बुनियादी ढांचा विकसित करने की होगी
पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर भारत के एयर स्ट्राइक करने के महज तीन महीने बाद रक्षा मंत्रालय की उन्हें जिम्मेदारी मिलने पर यह उम्मीद जताई जा रही है कि वह सीमा पार से आतंकवाद से निपटने की दृढ़ संकल्प वाली नीति को जारी रखेंगे। पाकिस्तान से जम्मू कश्मीर में घुसपैठ पर रोक लगाना एक और अहम क्षेत्र होगा।