उत्तरी दिल्ली स्थित हिंदूराव अस्पताल में भर्ती एक कोरोना संक्रमित महिला अपनी तीन दिन की मासूम बच्ची को छोड़कर फरार हो गई। महिला के फरार होने के बाद से अस्पताल प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया है। महिला से दूसरे लोगों में भी कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। सब्जी मंडी थाना पुलिस ने डॉक्टर शरत चौरसिया की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस सरगर्मी से महिला की तलाश में जुटी है।
वहीं, मासूम बच्ची को अस्पताल की नर्सरी में रखा गया है। डॉक्टर और अन्य स्टाफ बच्ची के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए हैं। दूसरी ओर महिला की तलाश में जुटी पुलिस टीम के सामने भी एक अलग ही चुनौती है। क्योंकि महिला कोरोना संक्रमित है।
ऐसे में पुलिस उसे ढूंढ भी लेती है, तो सीधे उसके संपर्क में नहीं आ सकती। अस्पताल में भर्ती होते वक्त महिला ने जो फोन नंबर दर्ज कराया था वह भी लगातार बंद आ रहा है। पुलिस एहतियात बरतते हुए महिला की खोज कर रही है।
पुलिस के मुताबिक गत 11 अगस्त को आसिफा खातून नाम की एक महिला और उसकी नवजात बच्ची को हिंदूराव अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला ने कस्तूरबा गांधी अस्पताल में बेटी को जन्म दिया था, लेकिन महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो मां-बेटी को हिन्दूराव अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
बच्ची नर्सरी में थी, जबकि मां आसिफा कोरोना वार्ड में भर्ती थी। आसिफा 12 अगस्त की रात करीब पौने दो बजे बच्ची को छोड़कर फरार हो गई। इसका पता चलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। तुरंत डॉक्टर शरत चौरसिया ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस के मुताबिक अस्पताल में भर्ती होते वक्त महिला ने औरंगाबाद बिहार का पता दर्ज कराया था। उसके पति का नाम शाहबाज आलम है। डॉक्टरों ने महिला से एक फोन नंबर भी लिया था, लेकिन महिला के फरार होने के बाद से ही वह नंबर भी बंद आ रहा है।