दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन-5 में दिल्ली को चलाने की तैयारी शुरू कर दी है। एक जून से दिल्ली में शापिंग मॉल व कॉलोनियों के धार्मिक स्थलों खोलने की इजाजत मिल सकती है। वहीं, बाजारों का समय भी बढ़ाया जा सकता है। मेट्रो का चलाने की इजाजत दिल्ली सरकार लॉकडाउन-4 में ही मांग चुकी है। इस फेज में अगर केंद्र सरकार राजी होती है तो मेट्रो भी पटरी पर उतर सकती है।
मीडिया में चल रही खबर के मुताबिक शनिवार को इस बारे में एक बार फिर दिल्ली के आला अधिकारी चर्चा करेंगे। इसके बाद लॉकडाउन-5 की एसओपी तैयार कर केंद्र को भेजा जाएगा। हालांकि, अभी केंद्र सरकार की गाइडलाइन का इंतजार है। लॉकडाउन-5 के दिशा-निर्देश आने के बाद दिल्ली सरकार उसके हिसाब से काम करेगी।
खुल सकते हैं कॉलोनियों के धार्मिक स्थल
फौरी तौर पर दिल्ली सरकार कॉलोनियों के छोटे-छोटे धार्मिक स्थलों को खोलने के हक में है। इसमें भी लोगों की संख्या को नियंत्रित रखा जाएगा। सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए अधिकतम दस लोगों को प्रवेश की इजाजत होगी। जबकि अक्षरधाम, इस्कॉन मंदिर, जामा मसजिद, बंगला साहिब गुरुद्वारा सरीखे बड़े धार्मिक स्थलों को अभी बंद रखा जाएगा। केंद्र सरकार अगर दिल्ली सरकार की राय से इत्तफाक रखती है तो इस दिशा में काम किया जाएगा।
सम- विषम के नियम पर खुल सकते हैं शॉपिंग मॉल
लॉकडाउन-5 में दिल्ली सरकार शॉपिंग मॉल खोलने की हक में है। अगर इस पर केंद्र इजाजत देता है तो मॉल्स के अंदर की दुकानें सम-विषम फार्मूले पर खोली जाएंगी। सभी दुकानों को एक साथ खोलने की इजाजत दिल्ली सरकार नहीं देगी। दूसरी तरफ बाजारों को खोलने के समय को बढ़ाने की सिफारिश दिल्ली सरकार करेगी। सरकार चाहती है कि बाजार 7 बजे के बाद भी खुले रहे। लॉकडाउन-चार में भी दिल्ली सरकार समय की बंदिश को ढीला करना चाहती थी।
नहीं खुलेंगे सिनेमाघर व स्कूल, सैलून के लिए बनेगी एसओपी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन का मानना है कि सरकार भीड़ एकत्रित होने वाली जगहों को खोलने के पक्ष में नहीं है। इस नजरिए से सरकार सिनेमाघर, स्कूल और कॉलेज खोलने के पक्ष में नहीं दिखती। सैलून, स्पॉ आदि को खोलने पर अभी सरकार ने कोई फैसला नहीं किया है। सरकार सैलून खोलना चाहती है, लेकिन इसके लिए अलग से एसओपी बनेगी। इस पर सरकार अभी चर्चा करेगी।