नई दिल्ली: दीवाली के बाद से दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुला ‘जहर’ कम होने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (वायु गुणवत्ता सूचकांक) शनिवार सुबह करीब 8 बजे 499 दर्ज किया, जो कि गंभीर श्रेणी में है. वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक, दिल्ली से सटे नोएडा और गुरुग्राम का एक्यूआई (AQI) क्रमश: 772 और 529 रिकॉर्ड किया गया. ‘हवा के जहरीली’ होने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन होना और आंखों से पानी आना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
इस बीच, केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने राष्ट्रीय राजधानी में लोगों को घर से बाहर जाने से बचने की सलाह और सरकारी एवं निजी कार्यालयों को वाहनों के इस्तेमाल में कटौती का निर्देश दिया है.
उल्लेखनीय है कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने लोगों को घरों से बाहर जाने से बचने की शुक्रवार को सलाह दी. साथ ही सरकारी और निजी कार्यालयों को राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के कारण वाहनों के उपयोग को 30 प्रतिशत तक कम करने का निर्देश दिया.
सीपीसीबी ने कहा, ‘‘सरकारी और निजी कार्यालयों और अन्य प्रतिष्ठानों को सलाह दी जाती है कि वे वाहन के उपयोग को कम से कम 30 प्रतिशत (घर से काम करके, कार-पूलिंग, बाहरी गतिविधियों को सीमित करके, आदि) तक कम करें.”