आज महाशिरात्री को पूरे देशभर में बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। देशभर के सभी मंदिरो में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। आपको बता दे कि आज के दिन हिंदू धर्म के लोग शिवजी की पूजा करते हैं। महाशिवरात्रि का दिन बहुत ही पावन दिन माना गया है. इस दिन भगवान शिव और पार्वती का मिलन हुआ था. जिस रात्रि में भगवान शिव और पार्वती का मिलन हुआ उसे ही महाशिवरात्रि कहा गया.
महाशिवरात्रि की रात में विशेष पूजा और अभिषेक करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं. भगवान शंकर की पूजा करने से माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं. राहु-केतु के दुष्प्रभाव भी क्षीण होने लगते हैं. व्यक्ति के जीवन में धन की कमी तभी आती है जब माता लक्ष्मी रूठ जाएं या फिर राहु- केतु व्यक्ति के कार्यों में अवरोध पैदा करें. भगवान शिव की पूजा करने से ये सभी प्रसन्न होते हैं.
शास्त्रों के मुताबिक 21 फरवरी को शाम में 5 बजकर 20 मिनट के बाद से चतुर्दशी तिथि लग रही है। इससे पहले त्रयोदशी की तिथि रहेगी। ऐसे में शिवजी की पूजा शाम में किया जाना ज्यादा लाभदायक माना गया है। शिव पुराण के अनुसार जो भक्त शिवरात्रि के दिन निशीथ काल में फूल, फल, नैवेद्य, चंदन से शिवजी की पूजा करते हैं और शिवपुराण का पाठ या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं भोलेनाथ उन पर अति प्रसन्न होते हैं।