बिहार के गया जिले में एक महिला को कुछ लोगों ने जिंदा आग के हवाले कर दिया. यह वारदात पचमाह गांव की है. महिला के साथ यह वारदात जादू टोने के शक में अंजाम दिया गया है. एक महीने पहले ही इस गांव में रहने वाले एक व्यक्ति की लंबी बीमारी की वजह से मौत हो गई थी. कहा जा रहा है कि महिला के जादू टोने की वजह से ही परमेश्वर की मौत हुई. पुलिस ने इस मामले में तांत्रिक समेत गांव के 14 लोगों को शनिवार को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया है. इनमें नौ महिलाएं शामिल हैं. पुलिस उपाधीक्षक इमामगंज के मुताबिक ग्रामीणों ने महिला के घर में घुसकर मॉब लिंच किया है.
पुलिस ने बताया कि पचमाह गांव में रहने वाले परमेश्वर की करीब एक महीने पहले लंबी बीमारी की वजह से मौत हो गई थी. इसको लेकर अफवाह फैल गई कि गांव में ही रहने वाली एक दलित महिला रीता देवी जादू टोना करती है और उसके जादू टोने के प्रभाव की वजह से ही परमेश्वर की मौत हुई है. इसके बाद एक तांत्रिक की अगुवाई में उसके घर में घुसे करीब दो दर्जन लोगों ने मिलकर दलित महिला रीता देवी के साथ मारपीट करते हुए उसे आग के हवाले कर दिया था. इससे मौके पर ही महिला की झुलसने की वजह से मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस ने मामले में हत्या और एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तांत्रिक समेत 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने बताया कि इस मामले में कुछ अन्य आरोपियों की तलाश कराई जा रही है.
तांत्रिक के इशारे पर वारदात
पुलिस ने बताया कि परमेश्वर के परिजनों ने शनिवार को झारखंड से एक तांत्रिक को बुलाया था. तांत्रिक ने झाड़फूंक शुरू करते हुए बताया कि किसी महिला ने उनके घर में जादू टोना किया है. इसी वजह से परमेश्वर की मौत हुई है. इसके बाद पंचायत बुलाई गई. पंचायत में भी तांत्रिक ने यही बात दोहराई. इसके बाद पूरी पंचायत उठकर रीता देवी के घर पहुंची और उन्हें घर के अंदर ही जलाकर मार दिया गया.
दरवाजा तोड़ कर घुसी भीड़
स्थानीय लोगों के मुताबिक भीड़ के आक्रोश को देखते हुए महिला ने खुद को घर में बंद कर लिया. काफी देर तक लोगों दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो मेन दरवाजा तोड़ दिया गया. इसके बाद अंदर वाले कमरे में बंद महिला को बाहर से आग लगा दी गई. ऐसे हालात में महिला को बाहर भागने या अपने बचाव करने का भी मौका नहीं मिला.