दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विकास दुबे की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है. ईडी ने उत्तर प्रदेश पुलिस से विकास दुबे की संपत्ति की सूची मांगी है. विकास दुबे के नाम से लखनऊ में दो बड़े मकान हैं. अपने फाइनेंसर और सबसे विश्वस्त जय बाजपेयी के जरिये विकास दुबे ने अपनी काली कमाई का हिस्सा दुबई और थाईलैंड में निवेश किया था.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नोटबंदी के पहले के करीब 6.30 करोड़ रुपये की नगदी को विकास दुबे ने 2% सूद पर चलाया था. बताया जा रहा है कि जय बाजपेयी ने इस 2% को 5% छूट पर मार्केट में दे रखा है. विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे से पुलिस ने कई मामलों में पूछताछ की है और खासकर नेताओं और व्यापारियों के साथ संबंध को लेकर भी पूछताछ हुई है.
विकास के सहयोगी का भी ब्योरा मांगा
इसके अलावा, ईडी ने यूपी पुलिस से विकास दुबे, उसके परिवार के सदस्यों और आपराधिक गतिविधियों में शामिल सहयोगियों का भी विवरण मांगा है. प्रवर्तन निदेशालय ने विकास दुबे के खिलाफ आपराधिक मामलों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी मांगी है.
जमींदोज हो चुका है किले जैसा मकान
एनकाउंटर से पहले कानपुर में स्थानीय प्रशासन ने विकास दुबे के किले जैसे घर को उसी जेसीबी से मिट्टी में मिला दिया जो पुलिस टीम के घेराव में इस्तेमाल की गई थी. फिर उसकी कारों को जेसीबी के नीचे कुचला गया. उसका लखनऊ का एक मकान है, अब उसे भी गिराने की तैयारी चल रही है.
बता दें कि कानपुर कांड का आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ एनकाउंटर में शुक्रवार को मार गिराया गया. यूपी एसटीएफ की गाड़ी विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से लेकर कानपुर आ रही थी. कानपुर में एंट्री से पहले अचानक रास्ते में गाड़ी पलट गई. इस दौरान विकास दुबे ने मौका पाकर एसटीएफ के एक जवान की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की. इसी के बाद एनकाउंटर शुरू हो गया, जिसमें वो मारा गया.
फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय ने विकास दुबे की संपत्तियों की जांच पड़ताल शुरू की है. निदेशालय ने विकास दुबे के सहयोगियों का भी यूपी पुलिस से विवरण मांगा है.