सीएमओ के नाम से फर्जी ट्वीट, हरियाणा में हो रही सरकार को बदनाम करने की साजिश

विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। इसी कड़ी में एक अज्ञात शख्स ने चीफ मिनीस्टर आफिस (सीएमओ) का अधिकृत ट्विटर के साथ छेड़खानी कर फर्जी ट्वीट कर दिया है। इस फर्जी ट्वीट में क्लर्कों की होने वाली भर्तियों से संबंधित निर्धारित परीक्षा को स्थगित करने की सूचना दी गई है, ताकि भर्ती प्रक्रिया में भाग ले रहे अभ्यर्थियों में सरकार के प्रति आक्रोश पैदा हो जाए।

सीएमओ ने इस गड़बड़ी को गंभीरता से लेते हुए सफाई दी है और इसे सरकार को बदनाम करने की साजिश करार दिया है। सीएमओ ने भी सार्वजनिक रूप सोशल मीडिया पर इस संबंध में सूचना को प्रचारित किया है, जिसमें इस ट्वीट को फर्जी बताया गया है। दूसरी ओर, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से भी इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मामले में पंचकूला में एफआईआर दर्ज करवा दी गई है।

इस तरह रची गई साजिश

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने प्रदेश में विभिन्न विभागों में र्क्लकों की करीब चार हजार से अधिक भर्तियां निकाली हुई हैं। इन भर्तियों के लिए लिखित परीक्षा आगामी दिनों में होने वाली है। काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने इस भर्ती के लिए आवेदन कर रखा है। लेकिन अचानक सोमवार को सीएमओ के नाम से  एक फर्जी ट्वीट वायरल होता है, जिसमें लिखा जाता है।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से र्क्लकों के पद केलिए 21, 22 व 23 सितंबर को होने वाली लिखित परीक्षा को अपरिहार्य परिस्थितियों की वजह से स्थगित कर दिया जाता है। यह फर्जी ट्वीट वायरल होते ही चीफ मिनीस्टर ऑफिस हरकत में आया और उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि फेक न्यूज से सावधान रहे, सीएमओ ने ऐसी कोई ट्वीट नहीं की है।

एचएसएससी की परीक्षा के बारे में झूठी खबर फैलाई जा रही है। सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें फैलाना दंडनीय अपराध है, लिहाजा ऐसा करने से बचें।

आयोग ने दर्ज करवाया केस

सोशल मीडिया पर क्लर्क भर्ती परीक्षा के स्थगित होने की अफ वाह वायरल होने पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने कड़ा संज्ञान लेते हुए अज्ञात के खिलाफ पंचकूला के सेक्टर 5 पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई है। इसके साथ-साथ आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि 21 सितंबर से तीन दिन तक चलने वाली क्लर्क भर्ती परीक्षा अपने निधाज़्रित शैड्यूल के अनुरूप ही होगी।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भारत भूषण भारती ने बताया कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा 15 सितंबर की तिथि का एक फर्जी नोटिस सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया गया था, जिसमें  21 से 23 सितंबर तक क्लर्क भर्ती परीक्षा को स्थगित करने का नोटिस दिया गया था। बड़ी संख्या में युवाओं से हित से जुड़ा मामला होने के कारण यह पोस्ट जल्द ही वायरल हो गई। इस पर आयोग द्वारा स्पष्ट किया जा रहा है कि ऐसा कोई नोटिस हरियाणा कमज़्चारी चयन आयोग द्वारा जारी नहीं किया गया है।

उन्होंने कहा कि आयोग इस पर कडा संज्ञान ले रहा है और इस संबंध में एक एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है, ताकि आमजन विशेषकर आवेदकों में भ्रम फैलाने वालों पर कडी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने बताया कि अज्ञात के खिलाफ  पंचकूला के सेक्टर 5 पुलिस स्टेशन में 66 डी, आईटी एक्ट व धारा 420 के तहत मामला दर्ज करवाया गया है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि प्रदेश में पारदर्शी तरीके से हो रही भर्तियों को लेकर विरोधी राजनीतिक दलों में बौखलाहट है और उनके इशारे पर शरारती तत्व ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पूर्व में भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बढती लोकप्रियता को देखते हुए ऐसे ही फर्जी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी। लेकिन वर्तमान सरकार योग्य युवाओं को उनको रोजगार का उचित अवसर दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसी अफवाह फैलाकर भ्रम पैदा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

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