32 लाख रुपए की लूट का मास्टरमाइंड निकला चांद ज्वेलर्स का पड़ोसी रूप ज्वेलर्स का सुनार मनीष उर्फ़ मन्नू क्राइम ब्रांच 17 ने मात्र 48 घंटे में लूट की वारदात का पर्दाफाश करते हुए रेकी करने वाले तथा लूट की वारदात में शामिल 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार,आरोपियों ने लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए पहले भी 3 बार अटेम्प्ट किया था लेकिन असफल रहे थे ,सभी आरोपी सारण एरिया में रहते हैं और इनमें ज्यादातर पढ़ाई करने वाले हैं,आरोपियों के कब्जे से 15 लाख रुपए बरामद, बाकी के पैसों की बरामदगी के लिए आरोपियों को लिया जाएगा पुलिस रिमांड पर आरोपी मनीष का काम के सिलसिले में चांद ज्वेलर्स पर आना जाना रहता था इसलिए उसे पता था कि दिल्ली का कारीगर गणेश जो चांद ज्वेलर्स के लिए कारीगरी का काम करता है और हर तीसरे चौथे दिन चांद ज्वेलर्स से गोल्ड और पैसे लेकर दिल्ली जाता है। इसी वजह से मनीष के मन में लालच आ गया और उसने वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया ,आरोपी मयंक तथा कुनाल गणेश की पिछले 1 महीने से कर रहे थे रेकी लूट के पश्चात आरोपियों ने कुछ पैसे आपस में बांट लिए और बाकी पैसे एक गुप्त स्थान पर रख दिए तथा लूटा हुआ गोल्ड वारदात के मास्टरमाइंड आरोपी मनीष को दे दिया.
फरीदाबाद: पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के दिशा निर्देश तथा डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा व एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच 17 प्रभारी अशोक कुमार की टीम ने 11 अक्टूबर को चांद ज्वेलर्स के लिए काम करने वाले कारीगर गणेश के साथ मुजेसर एरिया में हुई 32 लाख रुपए की लूट का पर्दाफाश करते हुए लूट की वारदात में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
एसीपी क्राइम सुरेंद्र श्योराण ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मयंक उर्फ़ मन्नू, कुनाल, रोहित उर्फ चैटा तथा रक्षक उर्फ अक्कु का नाम शामिल है। सभी आरोपी फरीदाबाद के सारण एरिया के रहने वाले हैं। इस मामले में वारदात के मास्टरमाइंड मनीष तथा वारदात में शामिल आरोपी गज्जी की गिरफ्तारी बकाया है जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर 11 अक्टूबर को देर शाम करीब 8:45 पर गणेश नाम के व्यक्ति के साथ 32 लाख रुपए तथा नकदी की लूट की वारदात को अंजाम दिया था जिसमें आरोपी मयंक तथा कुनाल ने गणेश की रेकी की थी तथा रोहित, रक्षक तथा गजेंद्र ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इस लूट का मास्टरमाइंड चांद ज्वेलर्स का पड़ोसी रूप ज्वेलर्स का सुनार मनीष उर्फ़ मन्नू है जिसने लूट की वारदात की योजना बनाई थी। आरोपी मनीष की चांद ज्वेलर्स से करीब 200 मीटर की दूरी पर रूप ज्वेलर्स के नाम से सुनार की दुकान है और उसका काम के सिलसिले में चांद ज्वेलर्स में आना जाना लगा रहता था। आरोपी मनीष को पता था कि दिल्ली का रहने वाला कारीगर गणेश चांद ज्वेलर्स के लिए काम करता है और हर तीन-चार दिन में चांद ज्वेलर्स से गोल्ड और नकदी लेकर दिल्ली लेकर जाता है। आरोपी मनीष के मन में लालच आ गया और उसने गणेश के साथ लूट का प्लान बनाया। इसके लिए उसने अपनी कॉलोनी के रहने वाले मयंक, कुनाल, गजेंद्र, रोहित तथा रक्षक को इसके बारे में जानकारी दी। सभी आरोपी मनीष के प्लान में शामिल हो गए। आरोपी मयंक तथा कुनाल पिछले एक महीने से रोज शाम करीब 5:00 बजे चांद ज्वेलर्स के बाहर खाने पीने वाली रेहड़ी के पास बैठकर रेकी करने लगे। आरोपियों ने 11 अक्टूबर को गणेश जब चांद ज्वेलर्स से एक बैग में रुपए तथा सोना लेकर अपनी स्कूटी लेकर निकला तो आरोपी मयंक और कुनाल उसके पीछे पीछे रेकी करते हुए चल रहे थे। आरोपी कुनाल ने रोहित को फोन करके बताया कि गणेश निकल चुका है जिसके पश्चात आरोपी रोहित, रक्षक तथा गज्ज़ी लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंच गए जिसमें आरोपी गज्जू मोटरसाइकिल चला रहा था और रक्षक तथा रोहित उसके पीछे बैठे थे। गणेश जब मुजेसर एरिया में पहुंचा तो आरोपियों ने अपनी मोटरसाइकिल गणेश की स्कूटी के आगे लगा दी। आरोपी रक्षक ने गणेश को पकड़ लिया और रोहित ने रुपयों से भरा बैग स्कूटी से उतारा और इसे लेकर मौके से फरार हो गए। पीड़ित गणेश ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके पश्चात सूचना मिलते ही डीसीपी क्राइम, क्राइम ब्रांच तथा थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पीड़ित की शिकायत पर आधार पर मुजेसर थाने में लूट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। पुलिस जांच में घटनास्थल के आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तथा पीड़ित गणेश से आरोपियों के हुलिए इत्यादि के बारे में जानकारी एकत्रित करके साइंटिफिक एविडेंस के आधार पर क्राइम ब्रांच ने मामले में आगे कार्रवाई करते हुए वारदात में शामिल आरोपी रोहित को ओल्ड रेलवे स्टेशन के बाहर से 5.37 लाख रुपए सहित काबू किया। आरोपी रोहित से की गई पूछताछ के आधार पर आरोपी रक्षक को बल्लभगढ़ बस स्टैंड से 3.32 लाख रुपए सहित तथा रेकी करने वाले मयंक और कुनाल को सारण एरिया से गिरफ्तार किया गया। आरोपी मयंक के कब्जे से 5.56 लाख तथा आरोपी कुनाल के कब्जे से 75 हजार रुपए बरामद किए गए। इस प्रकार आरोपियों के कब्जे से करीब 15 लाख रुपए की बरामदगी की गई। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने इससे पहले लूट के लिए तीन अटेंप्ट किए थे परंतु वह उसमें सफल नहीं हो पाए। आरोपी मयंक ने बताया कि लूट के पश्चात आरोपियों ने कुछ पैसे आपस में बांट लिए और बाकी के पैसे एक गुप्त स्थान पर रख दिए तथा लूटा गया गोल्ड उन्होंने वारदात के मास्टरमाइंड मनीष उर्फ मनु को दे दिया। आरोपियों ने बताया कि लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए उन्होंने पलवल से एक देसी कट्टा भी खरीदा था तथा वारदात के समय उनके पास एक कट्टा और चाकू था ताकि यदि लूट के दौरान गणेश उनका विरोध करे तो वह उसे डरा धमकाकर लूट सके। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी कुनाल नीमका के पास एक कॉलेज से मैकेनिकल का डिप्लोमा करता है और थर्ड ईयर का स्टूडेंट है। उसे पढ़ाई के लिए फीस भरनी थी जिसके लिए उसे पैसों की आवश्यकता थी। आरोपी मयंक बारहवीं कक्षा का छात्र है जो सारण के सरकारी स्कूल में पढ़ता है। आरोपी रोहित की उम्र 21 वर्ष है तथा गोल्ड फ्लैक सिगरेट की मार्केटिंग का काम करता है और वारदात में प्रयोग मोटरसाइकिल उसी का था। आरोपी रक्षक भी 12वीं कक्षा का छात्र है। आरोपी गज्जी मोटरसाइकिल मकैनिक है और वारदात के समय वह मोटरसाइकिल चला रहा था। वारदात के मास्टरमाइंड मनीष की उम्र 32 वर्ष है और उसकी अपनी सुनार की पुश्तैनी दुकान है। आरोपी लूट की वारदात को अंजाम देने के पश्चात खाटू श्याम जाने की फिराक में थे ताकि इतने समय में मामला ठंडा हो जाए परंतु क्राइम ब्रांच ने उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया। मामले में गहनता से जांच तथा देशी कट्टे, चाकू और बकाया पैसों की बरामदगी के लिए आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा तथा वारदात के मास्टरमाइंड आरोपी मनीष तथा लूट की वारदात में शामिल आरोपी गज्जी को गिरफ्तार किया जाएगा।