दिल्ली: घरेलू उड़ानों पर हवाई किराये की ऊपरी और निचली सीमा 24 नवंबर के बाद तीन महीने तक और लागू रहेगी। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने सबसे पहले 21 मई को सात बैंड के जरिए यह सीमा 24 अगस्त के तक के लिए लागू की थी। इसका वर्गीकरण यात्रा के समय के हिसाब से किया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर 24 नवंबर कर दिया गया था।
पुरी ने कहा कि अनुसूचित घरेलू उड़ानें इस साल के अंत तक कोविड-19 के पूर्व के स्तर पर पहुंच जाएंगी। उसके बाद उन्हें किराए की सीमा को हटाने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी। पुरी ने कहा, ‘हालांकि, अभी हम इसे तीन महीने के लिए बढ़ा रहे हैं, लेकिन इस साल के अंत तक यदि हमें स्थिति में उल्लेखनीय सुधार दिखेगा और हम कोविड-19 से पूर्व के स्तर पर पहुंच रहे होंगे, ऐसे में यदि नागर विमानन मंत्रालय के मेरे सहयोगी चाहेंगे कि इसे पूरे तीन माह तक लागू नहीं किया जाए, तो निश्चित रूप में मुझे इसे हटाने में हिचकिचाहट नहीं होगी।’
समय के आधार पर तय की थी सीमा
कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन के बाद घरेलू उड़ान सेवाएं 25 मई को करीब दो माह के अंतराल के बाद फिर शुरू हुई थी। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 21 मई को टिकटों के लिए यात्रा के समय के आधार पर ऊपरी और निचली सीमा के साथ सात बैंड की घोषणा की थी।
क्या हैं सात बैंड?
पहले बैंड में वो उड़ानें हैं जिनकी उड़ान अवधि 40 मिनट से कम है। इनकी किराए की विशेष निम्न और उच्च सीमाएं हैं। किराए की उच्च सीमा के दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें बैंड में क्रमश: 40-60 मिनट, 60-90 मिनट, 90-120 मिनट और 120-150 मिनट की अवधि वाली उड़ानें हैं। वहीं छठे और सातवें बैंड में 150-180 मिनट और 180-210 मिनट अवधि वाली उड़ानें हैं।