पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन

दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की सीनियर लीडर सुषमा स्वराज का दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। वे लंबे अर्से से बीमार चल रही थीं और उनका किडनी ट्रांसप्लांट भी हुआ था। बीमारी की वजह से ही उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव से खुद को अलग रखा था। सुषमा स्वराज देश की पहली महिला विदेश मंत्री थीं। बीजेपी के शासन के दौरान सुषमा दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही थी। उन्हें दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ था।

प्रधानमंत्री मोदी समेत तमाम बड़े नेताओ ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताया है. पूरे देश में एक शोक की लहर दौड़ पडी है

सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हुआ था। उन्होंने अंबाला में एसडी कॉलेज अम्बाला छावनी से बीए किया और पंजाब यूनिवर्सिटी से चंडीगढ़ से लॉ की पढ़ाई की थी। सुषमा स्वराज ने 1974 के छात्र आंदोलन में भी बढ़-चढकर हिस्सा लिया था. सुषमा स्वराज मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं. इस साल उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था. सुषमा अप्रैल 1990 में सांसद बनीं. अटल बिहारी वाजपेयी की तेरह दिनों की सरकार में सुषमा स्वराज सूचना प्रसारण मंत्री रहीं. अक्टूबर 1998 में उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं.

राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता रही हैं सुषमा स्वराज

उनके साथ कई अन्य विशेषताएं भी जुड़ी हैं। वे किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता, भाजपा की पहली महिला मुख्यमंत्री, पहली केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री, महासचिव, प्रवक्ता और नेता प्रतिपक्ष रही हैं। वे भारतीय संसद अकेली महिला सांसद हैं जिन्हें असाधारण सांसद का पुरस्कार मिला है। साथ ही वे भाजपा की एकमात्र नेता हैं जिन्होंने उत्तर और दक्षिण भारत, दोनों से चुनाव लड़ा है।

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील स्वराज कौशल से हुआ था सुषमा स्वराज का विवाह:

तेरह जुलाई 1975 को उनका सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील स्वराज कौशल से विवाह हुआ था। वे तीन वर्ष तक मिजोरम के गवर्नर भी रहे हैं। उनकी एकमात्र संतान बांसुरी कौशल है जोकि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक और इनर टेम्पल से कानून में बैरिस्टर की डिग्री ले चुकी हैं। अपने पिता की भांति वे भी आपराधिक मामलों की वकील हैं और दिल्ली हाईकोर्ट तथा सुप्रीम कोर्ट में वकालत करती हैं।

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