तेलंगाना में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. त्यौहार पर कपड़े न दिलाने पर नाराज पत्नी ने अपनी 2 बेटियों की गला दबाकर हत्या कर दी. बाद में उसने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. इस हादसे से गांव में कोहराम मच गया. घर में पत्नी और बच्चों के शव देख पति का बुरा हाल हो गया. वह सुपरवाइजर की नौकरी करता है. उसे 5 महीने से सैलरी नहीं मिली थी.
महिला के जरिए उठाए गए घातक कदम का कारण परिवार की आर्थिक स्थिति माना जा रहा है. रुपयों की तंगी के कारण पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था. पत्नी मकर संक्रांति पर्व पर कपड़े खरीदना चाहती थी. पति के पास पैसा नहीं था इसलिए उसने बाद में दिलाने की बात कही थी. पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
कपड़ों के लिए पत्नी ने की थी जिद
रौंगटे खड़े करने वाली यह वारदात राज्य के नगरकुर्नूल जिले के नल्लामाला इलाके के गांव रामपुर पेंटा की है. यहां के रहने वाले चिन्ना बयाना ने 2 शादी की हैं. उसकी दोनों पत्नियों से 8 बच्चे थे. वह कृष्णा नदी के पास 1 बेस कैंप में सुपरवाईजर की नौकरी करता है. उसकी एक पत्नी चिन्नागम्मा उससे अपनी बेटियों यादम्मा और बायम्मा के लिए संक्रांति त्यौहार पर कपड़ों के लिए जिद कर रही थी. चिन्ना बयाना ने उसे अपनी तंग हालत के बारे में बताया लेकिन उसने एक न सुनी. बाद में वह पत्नी से कपड़े लाने का वायदा कर मन्नानूर में मजदूरी के लिए चला गया.
कपडे खरीदकर घर पहुंचा तो मिली लाशें
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिन्नागम्मा ने गुस्से में आकर अपनी दोनों बेटी यादम्मा और बायम्मा की गला दबाकर हत्या कर दी. बाद में उसने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जब पति घर आया तो वह घर में पत्नी और बच्चों के शव देख सन्न रह गया. वह मन्नानूर से कपड़े खरीदकर लाया था. घटना से परिवार में चीख-पुकार मच गई. मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई. जिसने भी यह मंजर देखा वह दंग रह गए. सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.