गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की अदालत के द्वार के सामने शुक्रवार को बलात्कार के एक आरोपी की कथित रूप से गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने इसकी जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि मृतक बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला था और वह एक मामले के लिये अदालत में आया था. उन्होंने बताया कि घटना के बाद द्वार पर मौजूद दो सुरक्षा गार्डों और वाहन स्टैंड प्रबंधक ने हमलावर को दबोच लिया. इस घटना के बाद अधिवक्ताओं ने अदालत में घटना के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
बाद में अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया और सुरक्षा में चूक के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया. कैंट पुलिस ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे दिलशाद हुसैन नामक व्यक्ति अपने वकील शंकर शरण शुक्ला के बुलावे पर अदालत के द्वार पर पहुंचा. वकील के पहुंचने से पहले ही भागवत निषाद नाम के एक व्यक्ति ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से दिलशाद के सिर में गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. पुलिस ने सेवानिवृत्त सिपाही भागवत निषाद, पुत्र नंदलाल निषाद को हिरासत में लिया है लेकिन अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने बताया कि एक युवक की अदालत के द्वार पर गोली मारकर हत्या कर दी गई और हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद मामला दर्ज किया जाएगा. मृतक दिलशाद हुसैन गोरखपुर के बढलगंज के पटनाघाट तिराहा स्थित बीएसएफ के सेवानिवृत्त जवान भागवत निषाद के घर के सामने पंक्चर की दुकान चलाता था. भागवत गोरखपुर के बढ़लगंज क्षेत्र के महराजगंज गांव के रहने वाले हैं.
उन्होंने बताया कि 12 फरवरी 2020 को दिलशाद ने उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया था और इसके बाद 17 फरवरी को भागवत ने बलात्कार का मामला दर्ज करवाया था. उन्होंने बताया कि 12 मार्च 2021 को पुलिस ने हैदराबाद में दिलशाद को गिरफ्तार किया और नाबालिग लड़की को छुड़ाया. पुलिस ने दिलशाद को जेल भेज दिया था जो दो महीने पहले जमानत पर जेल से छूटा था.
इस बीच अखिल कुमार ने बताया कि इस बात की जांच कराई जाएगी कि सेवानिवृत्त सिपाही हथियार लेकर अदालत परिसर में कैसे घुसा और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी को हथियार के साथ पकड़ा गया है.