फरीदाबाद: भारत और चीन के बीच लद्दाख बॉर्डर पर गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प के बाद पूरे देशभर में चीन का विरोध हो रहा है। देशभर के लोग चीनी सामान का पुरजोर तरीक से विरोध कर रहे है। वही इस मामले में फरीदाबाद के व्यापरियों ने भी चीन को खरी खोटी सुनाई है। फरीदाबाद के ग्रीनफील्ड बिल्डर एंड डीलर एसोसिएशन के प्रधान आकाश गुप्ता ने कहा है कि चीन ने जिस प्रकार से सोची समझी साजिश के तहत भारत की पीठ पर छुरा घौंपा है। ऐसे में प्रत्येक भारतीय का फ़र्ज़ बनता है कि चीन से बने हुए सामान का बहिष्कार करें। साथ ही उन्होंने कहा है कि हम सारे व्यापारियों ने यह निर्णय लिया है कि हम घर बनाते समय चीनी सामान का विरोध करते हुए देश में बने सामान का उपयोग करेंगे।
इस दौरान एसोसिएशन के प्रधान आकाश गुप्ता ने कहा है चीन ने हमारे साथ विश्वासघात किया है। ऐसे में उसे सबक सिखाने की बहुत जरुरत है। यह एक अच्छा मौका है जब कोरोना काल में पहले ही व्यापारी परेशान है। अगर इस समय हम अपने देश में बनी स्वदेशी चीजों का इस्तेमाल करें तो पूरे देश के अंदर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, साथ ही अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा और चीन को उसकी ओछी हरकत का जवाब भी।
देश के 68.2 प्रतिशत लोग चीनी उत्पादों के बहिष्कार को तैयार : सर्वे
गौरतलब है कि भारतीय सीमा में घुसपैठ, दखलअंदाजी और फिर 20 जवानों की शहादत के बाद लोगों के अंदर चीन के खिलाफ काफी गुस्सा है. भारत और चीन में तनातनी के बाद एक सर्वे से पता चला है कि देश के 68.2 प्रतिशत लोग चीनी उत्पादों के बहिष्कार को तैयार हैं.
भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के मद्देनजर देश के 68.2 प्रतिशत लोगों का कहना है वे चीन द्वारा निर्मित मोबाइल फोन, टीवी, इलेक्ट्रॉनिक सामान सहित अन्य उत्पादों को खरीदना बंद कर देंगे. सर्वे के अनुसार, 68.2 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे चीनी उत्पादों का बहिष्कार करेंगे, जबकि 31.8 प्रतिशत ने कहा कि इस तरह का कुछ भी नहीं होने जा रहा है और हमेशा की तरह व्यापार होगा, जहां लोग चीनी उत्पादों को खरीदना जारी रखेंगे.