नूंह जिले के पुन्हाना खंड के गांव पिपरौली में एक महिला ने अपनी चार मासूम लड़कियों की चाकू से गला काटकर हत्या कर दी। इसके बाद गला काटकर खुदकुशी का प्रयास किया। घायल महिला को शहीद हसन खान मेडिकल कॉलेज नूंह में भर्ती करवाया गया है।
प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस ने महिला के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर शवों को पोस्टमार्टम कराने मांडीखेड़ा स्थित अल आफिया अस्पताल भेज दिया है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल चाकू को घर के बाहर से बरामद कर लिया है।
पुन्हाना थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि पिपरौली निवासी खुर्शीद मजदूरी करता है। उसने शिकायत दी कि बृहस्पतिवार रात वह घर पर नहीं था। उसकी पत्नी फरमीना और चार बेटियां मुस्कान (7), मिस्कीना(5), अलशिफा (3) व रुकसाना (6 माह) घर पर अकेली थी।
आरोप है कि रात में फरमीना ने चारों बच्चियों की चाकू से गला काटकर हत्या कर दी और बाद में खुदकुशी की नीयत से अपने गले को भी चाकू से काटने का प्रयास किया। रात करीब साढे़ तीन बजे खुर्शीद घर पहुंचा।
उसने दरवाजा खटखटाया, परंतु किसी ने नहीं खोला। उसने दरवाजे से कमरे के अंदर झांका तो देखा कि चारों बेटियां खून से लथपथ चारपाई पर पड़ी थी और फरमीना तड़प रही थी। खुर्शीद ने शोर मचाया तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे।
दरवाजा तोड़कर घायलों को संभाला। चारों बच्चियां मृत थी जबकि फरमीना की सांसें चल रही थी। इस पर उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद सुबह करीब पांच बजे पुलिस को सूचना दी गई। नूंह पुलिस कप्तान नरेंद्र बिजारणिया और पुन्हाना के डीएसपी विवेक चौधरी पुलिस बल के साथ पिपरौली पहुंचे।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। मौके से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने और महिला के बयान के बाद ही वारदात के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
पहले पति से बेटी को सौपें जाने से तनाव में थी
खुर्शीद का कहना है कि उसकी पत्नी फरमीना की पहले पति से एक बेटी थी, जो करीब दस साल से उसके पास ही रह रही थी। गत 12 नवंबर को उसे उसके परिवार वालों को सौंप दिया था। इस कारण उसकी मानसिक स्थिति कमजोर हो चुकी थी। इसी के चलते उसने चारों बेटियों की हत्या कर खुदकुशी की कोशिश की है।