दिल्ली. कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) के बीच संसद (Parliament) का मानसून सत्र (Monsoon Session) कराये जाने को लेकर मंथन का दौर जारी है. संसद का मानसून सत्र कराने के लिए कई विकल्पों पर विचार हो रहा है.
मंगलवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) के सभापति एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने दिल्ली में एक बैठक की. मीडिया में चली खबरों के मुताबिक आज की बैठक में ये चर्चा हुई की सोशल डिस्टेसिंग (Social Distancing) के साथ राज्यसभा और लोकसभा में सांसद कैसे बैठ सकते है.
राज्यसभा में 60, लोकसभा और सेंट्रल हॉल में बैठ सकेंगे सिर्फ 100 सांसद
चर्चा में पाया गया कि राज्यसभा कक्ष में 245 के स्थान पर केवल 60 सांसद ही बैठ सकते हैं. जबकि सोशल डिस्टेन्सिंग नियमों (Social Distancing Norms) के साथ लोकसभा और सेंट्रल हॉल में भी सभी सांसदों का बैठ पाना संभव नहीं है. लोकसभा और सेंट्रल हॉल में 100 सांसद ही बैठ सकेंगे.
बैठक में चर्चा इस बात पर भी हुई कि क्या विज्ञान भवन में संसद की कार्यवाही चलाई जा सकती है. लेकिन चर्चा में ये पाया गया कि विज्ञान भवन में भी सभी सांसदों को बैठा पाना संभव नहीं है. अगर दर्शक दीर्घा में भी कुछ सांसदों (MPs) को बैठाया जाए तब भी सभी सांसद नहीं बैठ सकेंगे
पीठासीन अधिकारियों का महासचिवों को वर्चुअल पार्लियामेंट के विकल्प तलाशने का निर्देश
विज्ञान भवन (Vigyan Bhawan) और सेंट्रल हॉल में पूरे दिन में एसी चलाने और साथ-साथ अनुवाद करने की सुविधा भी नहीं है. चर्चा में दूसरे विकल्प पर ध्यान दिया गया कि क्या दोनों सदनों में केवल उन सांसदों की मौजूदगी दर्ज कराई जाए जिनकी उस दिन की कार्यवाही के लिए उपस्थिति आवश्यक है.
दोनों पीठासीन अधिकारियों ने महासचिवों को निर्देश दिया कि वर्चुअल पार्लियामेंट (Virtual Parliament) के विभिन्न विकल्पों की तलाश करें. हालांकि संसदीय समितियों की वर्चुअल बैठक तब तक संभव नहीं जब तक कि संसद के दोनों सदनों में इस बारे में प्रस्ताव पारित नहीं किया जाता