हैदराबाद. हैदराबाद गैंगरेप और मर्डर केस (Gang Rape Case) ने देश को हिला कर रख दिया है. इस मामले में पीड़िता डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत से जहां देशभर के लोग दंग हैं, वहीं पीड़िता के परिवार ने इस मामले में पुलिस के रुख पर भी बड़े सवाल खड़े किए हैं. परिवार के मुताबिक, शुरुआत में पुलिस ने रिपोर्ट लिखने में देरी की. उनका आरोप है कि पुलिस ने ये कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि ये मामला उनके थाने का नहीं है. बता दें कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद (Hyderabad) में एक महिला वेटेनरी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई. 27 साल की लेडी डॉक्टर की हत्या के मामले ने पूरे देश में तूल पकड़ लिया है.
पीड़िता की बहन का आरोप
मीडिया में चल रही खबर के मुताबिक पीड़िता की बहन ने कहा, ‘मां के कहने पर मैं उसे देखने के लिए टोल प्लाजा पर गईं. वो वहां नहीं मिली. मैंने पुलिस को कॉल किया. इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखी. टोल प्लाजा पर पहुंचते हुए उसे देखा गया. लेकिन बाद का फुटेज उसमें नहीं था. इस बीच पुलिस ने कहा कि ये उनके पुलिस स्टेशन का मामला नहीं है, वो इलाका किसी दूसरे थाने के अंदर आता है. वहां पहुंचते-पहुंचते रात के साढ़े तीन बज गए थे. मैं घर लौट आई और मेरे पापा दो सिपाहियों के साथ मेरी बहन की तलाश करते रहे. साढ़े पांच बजे वो वापस आ गए.’
चार लोगों की गिरफ्तारी
बता दें कि पुलिस ने अब तक इम मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. हैदराबाद के बाहरी इलाके शादनगर के अंडरपास के पास महिला डॉक्टर की जली हुई लाश मिली. डॉक्टर के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी और फिर पहचान छिपाने के लिए लाश को जला दिया गया. महिला डॉक्टर को न्याय दिलाने के लिए लोग सोशल मीडिया पर कई ग्रुप कैंपेन चला रहे हैं.