यूपी की रायबरेली सीट से प्रत्याशी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे. यहां राष्ट्रीय संविधान सम्मेलन को संबोधित किया. इसमें संविधान, रोजगार, महंगाई, प्राइवेटाइजेशन, आरक्षण, अग्निवीर योजना जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा. जातिगत जनगणना के साथ ही एक सवाल के जवाब में उन्होंने पुरानी पेंशन योजना पर भी अपना राय रखी. सवाल था, अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो क्या पुरानी पेंशन स्कीम बहाल होगी. जानिए राहुल गांधी ने इस पर क्या जवाब दिया, साथ ही वो अन्य मुद्दों पर क्या बोले.
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वो 21वीं सदी के राजा हैं. उनको संविधान, कैबिनेट, संसद से कोई मतलब नहीं है. उनके पीछे जो दो-तीन फाइनेंसर हैं, उनके पास पूरी पावर है. इनकी पार्टी के नेता कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म कर देंगे. मेरा कहना है कि आप आरक्षण कभी खत्म नहीं कर सकते हैं.
‘हमें हर वर्ग की जनता को उसकी भागीदारी बतानी है’
उन्होंने कहा कि हमें हर वर्ग की जनता को उसकी भागीदारी बतानी है. पीएम मोदी देश को 90 फीसदी आबादी के बिना सुपर पावर कैसे बनाएंगे. क्या 10 परसेंट के दम पर बना लेंगे. देश को सुपर पावर बनाने के लिए 90 फीसदी लोगों को भागीदारी देनी होगी. मुझे पता है कि मुझे क्या करना है. मुझे भारत के लोगों को न्याय दिलाना है. नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे… ये बात लिखकर दे सकता हूं.
हमने इसे घोषणा पत्र में नहीं रखा है, मगर कंसीडर करेंगे
संबोधन के आखिरी में राहुल गांधी ने वहां मौजूद लोगों के सवालों के जवाब दिए. पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर किए गए सवाल ‘कांग्रेस सरकार बनी तो पुरानी पेंशन बहाल होगी?’ इस पर उन्होंने कहा कि हमने इसे घोषणा पत्र में नहीं रखा है. मगर इसको कंसीडर करेंगे. हमारा घोषणा पत्र 90 फीसदी लोगों को लाभ पहुंचाने वाला है.
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने भी गलतियां की हैं. मैं कांग्रेस पार्टी नेता होते हुए ये कह रहा हूं. आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी को भी अपनी राजनीति बदलनी होगी… ये सच है. पीएम मोदी से ओपन डिबेट के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए तैयार हूं. मगर, मैं पीएम को जानता हूं, वो डिबेट नहीं करेंगे.