अक्ल की तलाश में इमरान खान, धोकेबाज़ पाकिस्तान कोरोना से निपटने के लिए पीएम मोदी को कर रहा है फ़ॉलो

इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) में हर दिन कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. पाकिस्तान में अभी तक संक्रमण के 1717 केस सामने आ चुके हैं जबकि 21 लोगों की इससे मौत हो गयी है. हालांकि कोरोना से निपटने के लिए इमरान सरकार (Imran khan) जो फैसले ले रही है उनमें काफी हद तक मोदी सरकार (Narendra Modi) की झलक नज़र आ रही है. एक नए फैसले में इमरान सरकार ने भारत से सीख लेकर देश की ट्रेनों में आइसोलेशन वार्ड बनाने का फैसला लिया है.

डॉन में छपी खबर के मुताबिक पाकिस्तान में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र ट्रेन सेवा फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई है. ऐसे में ट्रेन में मौजूद एसी कोच और बिजनेस क्लास के डिब्बों को अब आइसोलेशन वार्ड में बदलने का फैसला लिया गया है. सरकार ने इन डब्बों में 2000 आइसोलेशन बेड बनाने पर काम भी शुरू कर दिया है. पाकिस्तान के रेलवे मंत्री शेख राशिद ने सोमवार को बताया कि रावलपिंडी रेलवे स्टेशन पर ये आइसोलेशन वार्ड बनाने का कम भी शुरू हो गया है.

220 कोच से बनाएंगे आइसोलेशन वार्ड
शेख राशिद ने बताया कि फिलहाल 220 कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदला जा रहा है और इन्हें ऐसा बनया जा रहा है कि ज़रुरत के वक़्त इन्ह्ने कहीं भी ले जाया जा सके. फिलहाल रावलपिंडी, पेशावर, लाहौर, कराची, क्वेटा, सुक्कुर और मुल्तान में काम शुरू हो गया है. इन सभी मोबाइल आइसोलेशन वार्ड्स में वेंटीलेटर्स की व्यवस्था भी की गई है. इन सभी की व्यवस्था पाकिस्तान रेलवे ने की है, हालांकि यहां के लिए स्टाफ देश के प्रमुख अस्पतालों से मंगाया जाएगा. रेलवे मिनिस्टर ने एक सवाल के जवाब में न बताया कि फिलहाल सिर्फ मालगाड़ी चल रहीं हैं और अगर संक्रमण के मामले सामने आते रहे तो पूरे अप्रैल माह में पैसेंजर ट्रेंने बंद रखी जा सकती हैं.

भारत ने भी बनाए हैं आइसोलेशन वार्ड्स
बता दें कि बीते दिनों भारतीय रेलवे ने भी कोरोना वायरस निपटने में मदद के लिए ट्रेनों के पांच हजार डिब्बों को आईसोलेशन सेंटर में बदलने का ऐलान किया था. कई जगह इनका इस्तेमाल शुरू हो चुका है जबकि रेलवे के कारखाने लगातार इन्हें विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं. रेलवे ने अपने अस्पतालों को भी हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. ये कोच डॉक्टरों के दिशा-निर्देशों के अनुसार आइसोलेशन के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाओं से लैस होंगे.

भारत में रेलवे के 125 अस्पताल हैं और 70 से अधिक को आवश्यकता पड़ने पर किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखने की योजना बनाई गई है. इन अस्पतालों में खास कोविड19 वार्ड या फ्लोर बनाए गए हैं. मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अस्पताल के लगभग 6500 बिस्तर तैयार किए जा रहे हैं.

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