पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस राज्य की सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. शनिवार को आठ सीटों पर मतदान हुआ और सातवें चरण में फिर 1 जून को नौ सीटों पर वोटिंग है. चुनाव प्रचार में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरी ताकत झोंक रही हैं और विभिन्न लोकसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार कर रही हैं. शनिवार को ममता बनर्जी ने उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट लोकसभा सीट के हरोआ में सभा की.
उस सभा में मिनाखां की तीन बार विधायक रहीं उषारानी मंडल मौजूद नहीं थीं. यह सुनकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी नाराज हुईं और गुस्से से लाल हो गईं. उन्होंने मंच से ही विधायक से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया.
मंच से सीधे तौर पर ममता बनर्जी ने कहा कि अगर वह माफी नहीं मांगती हैं तो उषारानी की पार्टी में कोई जगह नहीं है. उन्होंने सभा में ऐलान कर दिया कि पार्टी विधायक के साथ कोई संबंध नहीं रखेगी.
ममता ने विधायक से तोड़ा नाता
ममता बनर्जी ने कहा कि जो लोग सोचते हैं कि वे तृणमूल कांग्रेस के विधायक भी रहेंगे और सभा में नहीं आएंगे. ऐसा नहीं चलेगा. उनका पार्टी से कोई संबंध नहीं रहेगा. पार्टी उसके साथ नहीं चलेगी. जो ब्लॉक में हैं, जो संगठन में हैं, वो देख लेंगे. जब तक वह माफी नहीं मांगती हैं, पैर नहीं पकड़ती हैं, वह उन्हें स्वीकार नहीं करेंगी.
बता दें कि 1 जून को बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र में सातवें चरण यानी आखिरी चरण का मतदान होगा. इस बार इस लोकसभा क्षेत्र में टीएमसी का कड़ा मुकाबला का सामना करना पड़ रहा है.
बशीरहाट लोकसभा इलाके में ही संदेशखाली का इलाका है. संदेशखाली में महिला उत्पीड़न का मुद्दा राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद महिला उत्पीड़न के मामले की सीबीआई जांच कर रही है और पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के आला नेता संदेशखाली के मुद्दे पर ममता सरकार पर हमला बोल रहे हैं. बीजेपी ने संदेशखाली में उत्पीड़न की शिकार महिला रेखा पात्रा उनकी उम्मीदवार बनाया है.
चुनाव में संदेशखाली बन गया है मुद्दा
जबकि तृणमूल कांग्रेस ने फिल्म अभिनेत्री नुसरत जहां को टिकट नहीं दी और तृणमूल ने बशीरहाट के पूर्व सांसद और वर्तमान में हरवा के विधायक हाजी नुरुल इस्लाम को मैदान में उतारा है. शनिवार को हाजी नुरुल के हरवा में तृणमूल सुप्रीमो ने बैठक की. और वहां से वह पार्टी के एक और विधायक के खिलाफ कड़ा संदेश देते सुने गए.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटों में से 33 सीटों पर मतदान हो गया है और अब सातवें और अंतिम चरण में नौ सीटों पर एक जून को मतदान है. उसके पहले ममता बनर्जी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को साफ संदेश दिया है कि वह पार्टी में गुटबाजी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगी और पार्टी अंतरकलह में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.