दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अगर आप यहां नगर निगम की सत्ता में आती है तो रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को वित्तीय और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा और उन्हें ‘मिनी पार्षदों’ का दर्जा दिया जाएगा. केजरीवाल ने इसे ‘जनता चलाएगी एमसीडी ‘ अभियान का नाम देते हुए जनता से अपील की कि वे उन्हें वोट दें और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के जरिए अपने काम जल्दी पूरा कराएं.
सीएम केजरीवाल ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव से पहले कहा कि इस नजरिए का मकसद जनता को दिल्ली का मालिक बनाना है. केजरीवाल ने कहा, अगर आप एमसीडी में सत्ता में आती है, तो हम जनता चलाएगी एमसीडी अभियान शुरू करेंगे, जहां आरडब्ल्यूए को ‘मिनी पार्षद’ का दर्जा दिया जाएगा. हम वास्तव में आरडब्ल्यूए को सशक्त बनाने जा रहे हैं. हम उन्हें राजनीतिक और वित्तीय शक्तियां देंगे. उन्होंने कहा, ‘आरडब्ल्यूए को अपने कार्यालय चलाने के लिए धन दिया जाएगा. आरडब्ल्यूए को अधिकारसंपन्न बनाया जाएगा. इसके पीछे असली उद्देश्य यह है कि दिल्ली के लोग अपने निर्णय खुद लें. मैं सभी आरडब्ल्यूए से आप का समर्थन करने की अपील करता हूं.’
जनता के कार्यों को तेजी से पूरा किया जाएगा- केजरीवाल
केजरीवाल ने आगे कहा, ‘हम एक पारदर्शी ढांचा तैयार करेंगे. हम ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी भरोसा करेंगे, ताकि विधायक, पार्षद और आरडब्ल्यूए सभी जान सकें कि समस्या कहां है और जवाबदेही क्या है. जनता के कार्यों को तेजी से पूरा किया जाएगा.’ केजरीवाल ने आप नेताओं के खिलाफ कथित तौर पर भाजपा द्वारा जारी स्टिंग वीडियो को ऐसी ‘भयानक और उबाऊ फिल्म’ बताते हुए उसे खारिज कर दिया जिसे कोई नहीं देखना चाहता. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जनता परिपक्व है और जो पार्टियां उन्हें मूर्ख समझती हैं, वे खत्म हो चुकी हैं.
लोग केजरीवाल की चाल में नहीं फसेंगे- BJP
एमसीडी चुनावों के लिए दिल्ली बीजेपी की चुनाव समिति के संयोजक आशीष सूद ने कहा कि ‘एमसीडी के कामकाज से आरडब्ल्यूए को जोड़ने की केजरीवाल की घोषणा चुनावी घोषणा है. केजरीवाल के पिछले 8 सालों के शासन के दौरान के अनुभव से पता चलता है कि उन्होंने आरडब्ल्यूए या मुहल्ला सभाओं को कोई सम्मान नहीं दिया है. लोग इस चाल में नहीं आएंगे.’ दिल्ली नगर निगम में 250 वार्ड हैं और उनके लिए चार दिसंबर को मतदान होने वाले हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव में मुकाबला आप, बीजेपी और कांग्रेस के बीच होगा. वोटों की गिनती सात दिसंबर को होगी.