दिल्ली नगर निगम ने स्वयंभू संस्था के सहयोग से प्लास्टिक कचरे के कलेक्शन की दिशा में अहम पहल की है। निगम के करोल बाग क्षेत्र ने लोगों के लिए QR code बेस्ड ‘प्लास्टिक पिक-अप चैट बॉट’ की सेवा शुरू की है। इसकी मदद से लोग घर बैठे अपना प्लास्टिक कचरा दिल्ली नगर निगम को सौंप सकते हैं और बदले में आकर्षक उपहार पा सकते हैं। दिल्ली नगर निगम के विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार ने निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में इस पहल का शुभारम्भ किया। इस मौके पर करोल बाग क्षेत्र की उपायुक्त शशांका आला और निगम के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
‘प्लास्टिक पिक-अप चैट बॉट’ सुविधा की शुरुआत करते हुए स्पेशल ऑफिसर अश्विनी कुमार ने कहा कि निगम की यह पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि इस सुविधा को निगम के अन्य क्षेत्रों में लागू करने का प्रयास करेंगे। कुमार ने कहा कि इस पहल के माध्यम से प्लास्टिक कचरे की समस्या का बेहतर समाधान करने में मदद मिलेगी और प्लास्टिक को लैंडफिल साइट पर पहुंचने से रोका जा सकेगा।
हर घर से जोड़ने का है लक्ष्य
अश्विनी ने आगे कहा कि प्लास्टिक कचरा लैंडफिल के साथ-साथ शहर की सफाई व ड्रेनेज सिस्टम के लिए भी बड़ी चुनौती है। हर घर से प्लास्टिक कचरे के कलेक्शन की सुविधा को QR code के अलावा अन्य माध्यमों से भी जोड़ना चाहिए। इससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकेंगे और प्लास्टिक कचरे का समुचित व बेहतर निस्तारण हो सकेगा।
QR code को स्कैन कर चैट बॉट शुरू कर सकते हैं
योजना के बारे में डिटेल में बताते हुए उपायुक्त शशांक आला ने कहा कि लोग निगम द्वारा जारी QR code को स्कैन कर चैट बॉट शुरू कर सकते हैं। यह लोगों से उनका नाम, मोबाइल नंबर और प्लास्टिक पिकअप करने का स्थान पूछेगा। जिसके बाद 48 घंटे के भीतर निगम से जुड़े स्वयंभू संस्था का कर्मी घर से ही प्लास्टिक कूड़ा इकट्ठा करेगा।
जगह-जगह लगाए जाएंगे स्टिकर
आला ने बताया कि निगम द्वारा मार्केट एसोसिएशन के ऑफिस, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और अन्य प्रमुख स्थानों पर QR code स्टिकर लगाए जाएंगे ताकि लोग आसानी से इस सुविधा का इस्तेमाल कर सके। शकांक आला ने लोगों से लोगों से ज्यादा से ज्यादा इस सुविधा का लाभ उठाने की अपील की। आला ने आगे कहा कि प्लास्टिक के बेहतर डिस्पोजल से इससे होने वाले साइड इफेक्ट को कम किया जा सकता है।