लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने एक इंटरव्यू में विकास, इलेक्टोरल बॉन्ड, फॉरेन पॉलिसी और विपक्ष समेत कई मुद्दों पर खुलकर बात की. इस दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान, चीन और मालदीव से भारत से रिश्ता और उनकी दोस्ती पर भी बोले. साथ ही विदेशी जमीन पर तिरंगे की ताकत बताते हुए उन्होंने कहा कि विदेशों में मेरा झंडा ही मेरी गारंटी बन गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध के समय भारतीय तिरंगा ही वहां फंसे भारतीय नागरिकों की ‘गारंटी’ बना था. एएनआई को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि मेरे दोनों रूस और यूक्रेन दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के साथ दोस्ताना संबंध हैं.
पुतिन और जेलेंस्की से संबंध
पीएम ने कहा कि मैं राष्ट्रपति पुतिन से सार्वजनिक तौर पर कह सकता हूं कि यह युद्ध का समय नहीं है. साथ ही मैं जेंलेस्की से भी कह सकता हूं कि बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए. पीएम ने बताया कि जब मैंने कहा कि भारत के इतने सारे लोग आपके देशों में फंसे हुए हैं, तब उन्होंने मदद की. उन्होंने कहा कि तिरंगे की ताकत इतनी थी कि एक विदेशी भी अगर अपने हाथ में हमारा झंडा पकड़ लेता था, तो उसे भी जाने दिया जाता था, इसलिए मेरा तिरंगा ही मेरी गारंटी बन गया.
यूक्रेन पर काफी चर्चा
पीएम मोदी ने कहा कि हालांकि यूक्रेन पर काफी चर्चा होती हैं, लेकिन 2014 के बाद से ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां भारत ने विदेशी धरती से अपने लोगों को सुरक्षित निकाला है. इस दौरान पीएम ने 2015 में सऊदी किंग से कॉल का भी जिक्र किया, जिससे भारत को यमन से अपने लोगों को निकालने में मदद मिली थी.
यमन से भारतीयों को निकाला
उन्होंने बताया कि सऊदी अरब और उसके सहयोगियों द्वारा यमन पर बमबारी के कारण बड़े पैमाने पर भारतीय और विदेशी फंसे हुए थे, उनको वहां से निकालना मुश्किल हो गया था. प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने सऊदी किंग से बात की, जिसके बाद कुछ देर के लिए बमबारी रुकती थी और उसी बीच लोगों को वहां से निकाला गया. पीएम ने कहा इससे घटना से जुड़ी बातें सुषमा जी ने अपने इंटरव्यू में विस्तार से बताई हैं.
5000 लोगों को वापस लाए
पीएम ने कहा कि हम यमन से लगभग 5000 लोगों को वापस लाए, यूक्रेन में भी ऐसा ही था. बता दें कि इस साल मार्च में पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से अलग-अलग टेलीफोन पर बातचीत की थी. बातचीत में पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन से बातचीत और कूटनीति का अपील की थी.
पुतिन को पीएम मोदी की सलाह
पीएम मोदी ने कहा कि भारत दोनों देशों के बीच सभी मुद्दों के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान के सभी प्रयासों का समर्थन करता है. वहीं राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन के लोगों के लिए भारत की निरंतर मानवीय सहायता की सराहना की. इससे पहले 2022 में, उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन के मौके पर एक द्विपक्षीय बैठक के दौरान यूक्रेन युद्ध पर राष्ट्रपति पुतिन को पीएम मोदी की सलाह को नोट किया गया था.