नई दिल्ली: पीएम मोदी के संवैधानिक पद पर 20 साल पूरे होने के मौके पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी स्वतंत्र भारत के “सबसे सफल प्रधानमंत्री” हैं. अमित शाह ने पीएम मोदी को 2014 में देश में “रामराज्य” लाने का श्रेय दिया. शाह ने कहा कि लोगों ने “बड़े धैर्य के साथ” निर्णय लिया और 30 वर्षों में पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा को सत्ता में लाया.
शाह ने कहा, “लोगों ने बड़े धैर्य के साथ भाजपा को वोट दिया और पहली बार एक गैर-कांग्रेसी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई… विनम्रता से पीएम मोदी खुद को प्रधान सेवक कहते हैं. लेकिन मैं कहता हूं कि वह स्वतंत्र भारत के सबसे सफल पीएम हैं.”
शाह की टिप्पणी कांग्रेस के लिए उकसाने वाली हो सकती है. कांग्रेस ने अक्सर भाजपा पर सबसे पुरानी पार्टी की विरासत को मिटाने, उसके नेताओं को हथियाने और उसके आइकन भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को निशाना बनाने का आरोप लगाया है.
शाह ने कहा, “आयोजकों ने मुझसे कहा कि मोदी जी को आपसे बेहतर कौन जानता है, लेकिन वे गलत हैं- देश के लोग उन्हें मुझसे बेहतर जानते हैं.”
केंद्रीय गृह मंत्री ने पीएम मोदी के संगठनात्मक कौशल की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने गरीबी, आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति को दूर करने में देश को एक अलग दिशा में ले गए.
शाह ने कहा, “मैं मोदी जी की संगठनात्मक क्षमताओं के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता लेकिन 2001 में पार्टी ने फैसला किया कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री होंगे. इससे पहले उन्होंने पंचायत चुनाव भी नहीं लड़ा था और एमए (मास्टर्स) की डिग्री हासिल की थी. वह अनुभवहीन थे. जब वे मुख्यमंत्री बने तो गुजरात में स्थिति अच्छी नहीं थी. लोगों को विश्वास नहीं था कि मोदी जी मुख्यमंत्री के रूप में सफल होंगे.” उन्होंने कहा कि सच्चा सुधार स्थिति को बदलना है, न कि तरीके को, और पीएम मोदी ने स्थिति को बदल दिया.