कोरोना संक्रमित का मोबाइल इस्तेमाल करने पर नर्स हुई संक्रमित

चंडीगढ़: पंचकूला के सिविल अस्पताल सेक्टर-6 की एक स्टाफ नर्स में कोरोना की पुष्टि हुई है। 32 वर्षीय यह स्टाफ नर्स सिविल अस्पताल में दाखिल खड़क मंगोली की कोरोना पॉजिटिव महिला की देखरेख में तैनात थी। इस स्टाफ नर्स ने कोरोना पॉजिटिव महिला का मोबाइल फोन इस्तेमाल किया था। उसी से यह संक्रमित हो गई।


स्टाफ नर्स में कोरोना की पुष्टि के बाद उसके घर के चार सदस्यों सहित छह लोगों को क्वारंटीन में रखा गया है। सिविल अस्पताल की सीएमओ डॉक्टर जसजीत कौर ने बताया कि इस स्टाफ नर्स के साथ उनके परिवार में उनके दो बच्चे, सास, ससुर और मकान मालिक व उनकी पत्नी रहते हैं। इन सबके नमूने भी लिए गए हैं।

जानकारी के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव स्टाफ नर्स को करीब 10 दिन पहले कोरोना के हल्के लक्षण होने के चलते होम क्वारंटीन किया गया था। स्टाफ नर्स को दो दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्टाफ नर्स का जांच के लिए सैंपल पीजीआई भेजा गया था। पीजीआई से आई रिपोर्ट में मंगलवार को इसकी पुष्टि हुई है। पंचकूला स्वास्थ्य विभाग ने स्टाफ नर्स को आइसोलेशन वार्ड में रखा है। उनके परिवार व संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए पीजीआई भेजे जाएंगे।


सिविल अस्पताल की सीएमओ डॉक्टर जसजीत कौर ने बताया कि खड़क मंगोली की 38 साल की कोरोना पीड़ित महिला का आइसोलेशन वार्ड में इलाज चल रहा था। इस स्टाफ नर्स की वहां तैनाती थी। इलाज के दौरान स्टाफ नर्स ने कोरोना पीड़ित महिला का फोन इस्तेमाल किया था। इसी के चलते स्टाफ नर्स में संक्रमण फैल गया।

इससे पहले खड़क मंगोली की महिला में कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आया था। इसे लेकर अभी तक खड़क मंगोली के लोगों को कहीं पर भी आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। खड़क मंगोली में भारी पुलिस बल तैनात है। वहीं, स्टाफ नर्स में कोरोना की पुष्टि के बाद सेक्टर 11 को भी सील कर दिया गया है। लोगों से एहतियात बरतने की पुलिस ने अपील की है। नगर निगम की रैपिड एक्शन फोर्स की ओर से सेक्टर को सैनिटाइज भी किया जा रहा है।

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