Afghanistan News: अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हो गया है. काबुल में अफरातफरी की स्थिति है. इस बीच आज एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने तालिबान का नाम लिए बिना कहा कि उन्होंने गुलामी की जंजीरें तोड़ी है.
इस्लामाबाद में सिंगल नेशनल करीकुलम की लॉन्चिंग के मौके पर इमरान खान ने कहा, ”जब आप अंग्रेजी मीडियम से एजुकेशन लेते हैं. अंग्रेजी मीडियम हायर एजुकेशन के लिए बहुत जरूरी है. लेकिन बदकिस्मती से जो हमारा सिस्टम विकसित हुआ है. अंग्रेजी जुबान नहीं सीखते हायर एजुकेशन के लिए, हम पूरा कल्चर ले लेते हैं. ये सबसे बड़ा नुकसान है. क्योंकि जब आप किसी का कल्चर ले लेते हैं. तो आप यह कह रहे होते हैं कि ये कल्चर हमारे से ज्यादा ऊंचा है. आप कल्चर के गुलाम बन जाते हैं.”
डॉन न्यूज़ ने जो वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है उसमें इमरान खान कह रहे हैं, ”जब आप जहनी गुलाम बन जाते हैं तो ये याद रखें कि, असल गुलामी से ज्यादा बुरी जहनी गुलामी है. जहनी गुलामी की जंजीरें तोड़ना ज्यादा मुश्किल होता है. जो अभी अफगानिस्तान में उन्होंने गुलामी की जंजीरे तोड़ दी. लेकिन जो जहनी गुलामी की जंजीरे हैं, वो नहीं टूटती.”
इमरान करेंगे बैठक
काबुल में तालिबान द्वारा सत्ता पर कब्जा करने और राष्ट्रपति अशरफ गनी के युद्धग्रस्त देश छोड़ने के एक दिन बाद अफगानिस्तान में उभरती स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में सोमवार को पाकिस्तान की सुरक्षा समिति की बैठक होगी.
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में विचार-विमर्श के बाद पाकिस्तान मौजूदा स्थिति पर अपना रुख पेश करेगा. बैठक में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और विदेश मंत्री कुरैशी सहित वरिष्ठ राजनीतिक और सैन्य नेता शामिल होंगे ।