ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं पर बड़ा हमला बोला है. कांग्रेस की ओर से ओवैसी की पार्टी को बीजेपी की बी टीम करार दिए जाने पर हमला करते हुए ओवैसी ने हमें बीजेपी की बी टीम कहने वालों को मैं खुलेआम चुनौती देता हूं कि वो टीवी9 पर आकर बहस में शामिल हों, मेरा दावा है कि वो 6 मिनट भी मेरे साथ टिक नहीं सकेंगे.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ-साथ जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह पर भी बड़ा हमला करते हुए ओवैसी ने कहा, “कांग्रेस और उसके नेता अहंकार में डूबे हुए हैं. अल्लाह करे कि राहुल इन्हीं नेताओं के साथ रहें. गालिब का एक शेर है- हुए तुम दोस्त जिनके, दुश्मन आसमां क्यों हुए.” उन्होंने कहा, “जयराम हों या दिग्विजय हों मुझे बीजेपी की बी टीम बोलने वालों को मैं खुलेआम चुनौती देता हूं, टीवी9 भारतवर्ष पर आकर इस मसले पर डिबेट कर लें, 6 मिनट में छोड़कर भाग जाएंगे.”
ओवैसी ने कहा, “दिग्विजय सिंह अब कोई मेरे चचाजान नहीं हैं, हम चचा नहीं इन जैसों को मामू बनाते हैं. कोई चचा नहीं हैं. कौन चचा है, इनकी हमको फिक्र नहीं.” उन्होंने कहा, “अल्लाह से दुआ करता हूं कि राहुल गांधी के आस-पास ऐसे ही लोग रहें तो विपक्ष को कुछ करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.”
कांग्रेस अपने हारने पर भी विचार नहीं कर रहीः ओवैसी
उन्होंने कहा कि ईमानदारी से ये लोग इस पर नहीं सोचते कि, कांग्रेस लगातार हार क्यों रही है. कांग्रेस की लीडरशिप यानी राहुल में दम नहीं है इसीलिए मोदी (नरेंद्र) दो बार चुनाव जीत गए. क्योंकि, राहुल गांधी ऐसे लोगों से घिरे ही रहेंगे तो यकीन मानिए यही हाल बना रहेगा कांग्रेस का, जो आज है.
गुजरात में मोरबी घटना पर ओवैसी ने कहा कि मोरबी की घटना क्रिमिनल निगलिजेंस है, इस घटना को लेकर बीजेपी सरकार सही दिशा में एक्शन नहीं ले रही है. उन्होंने आगे कहा कि बेचारे टिकट बेचने वालों और सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि सही लोगों को गिरफ्त में नहीं लिया गया.
सही जांच की मांग करते हुए ओवैसी ने कहा, “मोदी गुजरात के सीएम रहे हैं, उनको चाहिए कि, सही जांच कराकर एक्शन कराएं. क्योंकि, शराबकांड में क्या हुआ सबको पता है. सिर्फ मुआवजे से ही बात नहीं बनेगी, जब तक मारे गए लोगों को एहसास नहीं होगा कि, न्याय हुआ तब तक न्याय नहीं होगा. मैं लाशों पर राजनीति नहीं करना चाहता, लेकिन इंसाफ मांगता हूं.”
गुजरात के दो जिलों में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के शरणार्थियों को नागरिकता दिए जाने को लेकर ओवैसी ने कहा, “ये तो पुराने कानून के तहत ही हुआ है, कोई नया कानून थोड़े है. हमारी मांग और सीएए का विरोध कायम है. हम यही कहते रहते हैं कि, कानून धार्मिक तौर पर न्यूट्रल हो. अब मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं वहां देखेंगे.”
नोट पर गांधी से बेहतर कोई व्यक्तित्व नहींः ओवैसी
अरविंद केजरीवाल पर बरसते हुए ओवैसी ने कहा कि मोदी के नक्शेकदम पर केजरीवाल चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल गणेश-लक्ष्मी की बात कर रहे हैं, मेरा कहना है कि, केजरीवाल मोदी के नक्शेकदम पर चल रहे हैं. मैं तो कभी नहीं चाहूंगा कि, इस्लाम धर्म से जुड़ी चीजें नोट पर हों क्योंकि, नोट तमाम गंदी चीजों के लिए भी इस्तेमाल होता है, जानें कहां-कहां रखा जाता है.”
उन्होंने कहा, “वैसे मेरा मानना है कि, 2010 में आरबीआई कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया कि, नोट पर गांधी से बेहतर कोई व्यक्तित्व नहीं. जिसे मोदी सरकार ने तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी उस वक्त के बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद के सवाल के जवाब में स्वीकार किया था.”
मोदी की तरह केजरीवाल भी हिंदुत्व के एजेंडे पर
ओवैसी ने कहा, “केजरीवाल मोदी की तरह हिंदुत्व के एजेंडे पर चल रहे हैं, दिल्ली जल रही थी तो कहां थे वहां के सीएम, माना कानून व्यवस्था उनके पास नहीं, लेकिन बतौर सीएम वह खामोश थे.”
ओवैसी का कहना है कि हिंदुत्व के एजेंडे पर सिर्फ मोदी ही नहीं केजरीवाल भी, कांग्रेस भी पीछे नहीं है. उन्होंने कहा, “हिंदुत्व के एजेंडे पर सिर्फ मोदी ही नहीं हैं, केजरीवाल भी हैं. यही नहीं कांग्रेस भी पीछे नहीं है, कई बार वो इस एजेंडे पर दिखी है. हाल ही में छत्तीसगढ़ में धर्म संसद में क्या-क्या अनाप-शनाप बोला गया और उस धर्म संसद को राज्य की कांग्रेस सरकार ने आयोजित कराया था.