दिल्ली: पुणे से दिल्ली आरही इंडिगो की फ्लाइट में हैरतअंगेज मामला सामने आया है। आमतौर पर यात्री फ्लाइट में बैठते हैं और पायलट विमान उड़ाते हैं।मीडिया में चली एक खबर के मुताबिक पुणे से दिल्ली आ रही इंडिगो की फ्लाइट 6E-6571 में नजारा कुछ और था। फ्लाइट में बैठने वाले भी यात्री थे और फ्लाइट उड़ाने वाला भी यात्री था। घटना शनिवार सुबह की है जब प्रशिक्षित पायलट ना होने के कारण इंडिगो को यात्री की सेवाएं लेनी पड़ी। दरअसल दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विजिबलिटी कम थी। नियम के मुताबिक विजिबलिटी कम होने के मामले में दोनों पायलटों को CAT III B प्रशिक्षित होना चाहिए वहीं इंडिगो के पास CAT III B प्रशिक्षित पायलट नही था । इस बीच यात्रियों में से एक शख्स ने खुद को एक्सपर्ट पायलट बताया। इसके बाद एयर लाइंस ने जरूरी जांच के बाद यात्री को फ्लाइट उड़ाने की अनुमति दी।
खबरों के मुताबिक शनिवार सुबह इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E-6571 को पुणे से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली थी तभी एयरलाइंस मैनेजमेंट ने दिल्ली एयरपोर्ट पर लो विजिबलिटी होने की जानकारी दी। दरअसल, ऐसे हालात में कैट-3बी का प्रशिक्षण ले चुके पायलट ही विमान को सफलतापूर्वक उड़ाने में सक्षम होते हैं, लेकिन इस दौरान एयरलाइंस की ओर से वहां पर कोई भी पायलट इस खूबी से लैस नहीं था।
इस बीच विमान के एक यात्री ने खुद को प्रशिक्षित पायलट बताया है और विमान उड़ाने का आग्रह किया। उसने अपने पास पर्याप्त अनुभव होने की बात बताई। यात्री को पूरी प्रक्रिया से गुजारने के बाद विमान उड़ाने की इजाजत दी गई। जिसके बाद यात्री ने दिल्ली उड़ानभरी और सेफ लैंडिंग कराई।
खबरों के मुताबिक यात्री का खुद को पायलट बताने के बाद उसे तुरंत विमान उड़ाने की इजाजत नहीं मिली, बल्कि उसे सारी जरूरी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। इतना ही नही, यात्री के ब्रीथ एनेलाइजर समेत वह सभी जरूरी टेस्ट हुए, जो एक पायलट के लिए आवश्यक है। जिसके बाद यात्री को उड़ाने की मंजूरी दी गई। इस पूरे मामले की जानकारी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को भी दी गई, हालांकि पायलट को बिना वर्दी के ही एंट्री लेनी पड़ी।