प्रयागराज/चित्रकूट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उत्तर प्रदेश के दो जिलों के दौरे पर हैं। सबसे पहले उन्होंने प्रयागराज में होने वाले दिव्यांग महाकुंभ में प्रधानमंत्री एक साथ 26,791 दिव्यांगों और बुजुर्गों को उपकरण बांटे। इस दौरान उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सामाजिक न्याय और अधिकारिता केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुज्जर, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत तमाम बड़े नेता मौजूद रहे। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुज्जर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद भी किया. साथ गुज्जर ने कहा है कि भाजपा की सरकार “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” के नारे के प्रति कटिबद्धता के साथ आगे बढ़ते हुए, समाज के सभी वर्गो को सशक्त व आत्मनिर्भर बना रही है।आपको बता दे कि लोकसभा चुनाव के बाद दोनों जिलों में मोदी का यह पहला दौरा है।
सरकार का दावा- 6 रिकॉर्ड बने
360 से ज्यादा लाभार्थियों ने एक साथ व्हीलचेयर चलाई। सरकार का दावा है- अमेरिका का रिकॉर्ड टूटा।
विश्व की सबसे लंबी ट्राइसिकिल की परेड हुई, जिसमें 295 लाभार्थी शामिल हुए। इससे पहले का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
2000 लाभार्थियों को सांकेतिक भाषा पाठ करने के उपकरण वितरण का रिकॉर्ड बना।
12 घंटे में सर्वाधिक ट्राइसिकिल वितरण करने का रिकॉर्ड भी मोदी की मौजूदगी में बना।
वॉकर्स की सबसे लंबी परेड हुई। इसका भी अब तक कोई रिकॉर्ड नहीं था।
8 घंटे में सर्वाधिक 4900 से ज्यादा कान की मशीनें फिट करने का भी रिकॉर्ड बना। इससे पहले ये रिकॉर्ड स्टारकी फाउंडेशन के नाम था।
वितरित किए गए ये उपकरण
समारोह में 847 मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल, 3949 ट्राईसाइकिल, 3725 व्हीलचेयर, 5206 वैशाखी, 15103 वाकिंग स्टिक, 1735 ट्र्राइपॉड, 850 वॉकर, 5816 चश्मा, 4950 कृत्रिम दांत, 659 स्मार्ट केन, 29 स्मार्ट फोन, एक टेबलेट,11383 कान की मशीन, 229 रोलेटर, 924 कृत्रिम हाथ-पैर वितरित किए गए।
15 हजार करोड़ की लागत से बनेगा एक्सप्रेस-वे
मोदी आज चित्रकूट में गोंडा गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे। ये एक्सप्रेस वे चार लेन का होगा, जिसका विस्तार छह लेन तक किया जा सकता है। एक्सप्रेस-वे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, उरई और इटावा जिले से होकर गुजरते हुए आगरा एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। 6 पैकेज में बनने वाले एक्सप्रेस-वे की लागत करीब 15 हजार करोड़ रुपए आएगी। तीन साल में ये बनकर तैयार होगा। इसके किनारे डिफेंस कॉरिडोर भी विकसित होगा। डिफेंस कॉरिडोर के लिए यूपीडा ने जमीन भी अधिग्रहीत कर ली है। इस पर चार रेल पुल, 15 बड़े पुल, 268 छोटे पुल, छह टोल प्लाजा, 18 फ्लाईओवर और 214 अंडरपास बनेगा।