दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अब हमारे बीच नहीं रहीं. देर रात AIIMS में उनका निधन हो गया. सुषमा स्वराज को कार्डिएक अरेस्ट आया था. उनके जाने से पूरा देश में गम का माहौल है. भारत सहित दुनियाभर के नेता सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुंचे.
पीएम मोदी ने सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने के बाद परिवार से मुलाकात की. बेटी के सिर पर हाथ फेरा और हिम्मत दी. इस दौरान पीएम मोदी भावुक हो गए. उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े. पीएम मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन को निजी क्षति बताया है. पीएम मोदी ने सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल से बात की और उनको भी हौसला दिया. इसके बाद पीएम काफी देर तक सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर के पास खड़े रहे. उनके साथ उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू भी मौजूद रहे.
बता दें कि सुषमा स्वराज सात बार सांसद रह चुकी थी. लंबे समय से उनकी तबीयत खराब थी. लिहाजा उन्होंने 17वीं लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था
सुषमा स्वराज पहली पूर्णकालिक विदेश मंत्री थीं, उनसे पहले इंदिरा गांधी ने पीएम रहते हुए ये पद संभाला था. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी वह विदेश मंत्री थीं. उनका नाम भारतीय राजनीति में तेजतर्रार वक्ता के तौर पर जाना जाता था. अपने ओजस्वी भाषण में वह जितनी आक्रामक दिखती थीं, निजी जीवन में उतनी ही सरल और सौम्य थीं.
सुषमा स्वराज लोगों के जहन में एक प्रखर वक्ता और बेहतरीन इंसान के रूप में हमेशा जिंदा रहेंगी, जो मदद के लिए हमेशा तैयार दिखती थीं.