भारत में कोरोनावायरस संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच अगले माह पुर्तगाल में होने जा रहे 16वें वार्षिक भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन (India-EU Summit) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुर्तगाल जाकर शिरकत करने की संभावना बेहद कम है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वह मई में निर्धारित अपनी फ्रांस यात्रा भी टाल सकते हैं.
भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन पुर्तगाल के दूसरे सबसे बड़े शहर पोर्टो में 8 मई को आयोजित होना निर्धारित है. पुर्तगाली प्रेसिडेंसी ऑफ द काउंसिल ऑफ द यूरोपियन यूनियन के एक सूत्र ने पुर्तगाली दैनिक समाचारपत्र ‘पब्लिको’ को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस शिखर सम्मेलन में वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये शिरकत कर सकते हैं.
समाचारपत्र ‘पब्लिको’ ने सोमवार को एक रिपोर्ट में बताया, “पोर्टो शिखर सम्मेलन, जो अब मुख्यतः साइबरस्पेस में ही करना होगा, पुर्तगाली प्रेसिडेंसी ऑफ द काउंसिल ऑफ द यूरोपियन यूनियन की प्राथमिकताओं में से एक है… ऐसे वक्त में, जब यूरोप विकल्पों की तलाश में चीन की ओर ताक रहा है…”
15वां वार्षिक भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन कोरोनावारस महामारी के बीच पिछले साल जुलाई में वर्चुअली ही आयोजित किया गया था. उसे संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्शन-ओरिएन्टेड’ एजेंडा का आह्वान किया था, ताकि भारत तथा 27-देशीय संगठन यूरोपीय संघ के बीच एक निश्चित समयावधि में संबंधों को विस्तार दिया जा सके.
यूरोपीय संघ कुल मिलाकर वर्ष 2018 में भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझीदार रहा है. समूह के देशों के साथ 2018-19 में भारत का द्विपक्षीय व्यापार 115.6 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा था, जिनमें निर्यात 57.17 अरब अमेरिकी डॉलर और आयात 58.42 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले माह होने वाली फ्रांस यात्रा इस शिखर सम्मेलन के बाद ही तय की गई थी. मौजूदा हालात को देखते हुए फिलहाल उस भी रद्द किया जा सकता है. उन्होंने आखिरी बार फ्रांस का दौरा 2019 में किया था.