पंजाब पुलिस के डीएसपी दलबीर सिंह दियोल की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों ने बताया कि डीएसपी दलबीर दियोल की गर्दन में गोली लगी है, जो गर्दन में फंसी है. इस खुलासे ने कमिश्नरेट जालंधर पुलिस की लापरवाही की पोल खोल दी है. पता यह भी चला है कि गोली 9 एमएम पिस्टल की है. बता दें कि दलबीर सिंह पहले एक भारोत्तोलक थे, उन्हें वर्ष 2000 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था.
दरअसल पंजाब सशस्त्र पुलिस (पीएपी) के डीएसपी दलबीर सिंह दियोल सोमवार को जालंधर में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए थे. पुलिस के मुताबिक डीएसपी दलबीर सिंह (54) के शरीर पर चोट के निशान थे और उनका शव जालंधर के बस्ती बावा खेल में एक सड़क पर पड़ा मिला था. उनकी तैनाती इसी इलाके में थी.
गांव से करीब आठ किलोमीटर दूर मिली थी लाश
जालंधर के पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा ने बताया था कि दलबीर सिंह का एक पैर कुचला हुआ मिला है. हम इस मामले की जांच कर रहे हैं. पुलिस आयुक्त के मुताबिक जहां दलबीर सिंह का शव मिला वह सड़क कपूरथला स्थित उनके गांव तक जाती है. घटनास्थल उनके गांव से करीब आठ किलोमीटर दूर है.
डीएसपी के परिवार ने दर्ज कराई शिकायत
पुलिस ने कहा कि दलबीर सिंह के परिवार ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस के अनुसार डीएसपी पिछले महीने जालंधर में एक अन्य इलाके के लोगों के साथ लड़ाई में शामिल थे. हालांकि, इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया क्योंकि दोनों पक्षों में समझौता हो गया था.