‘हितों के टकराव’ के आरोपों का जवाब देने के लिए आज राहुल द्रविड़ की पेशी

नई दिल्ली : पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़  उनके खिलाफ लगाए गए हितों के टकराव के आरोपों का जवाब देने के लिए आज बीसीसीआई के आचरण अधिकारी (एथिक्स अधिकारी) डीके जैन के समक्ष पेश होंगे। द्रविड़ अभी बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में निदेशक हैं। इसके अलावा वह इंडिया सीमेंट ग्रुप के उपाध्यक्ष हैं जिसके पास आईपीएल फ्रैंचाइजी चेन्नै सुपर किंग्स के मालिकाना हक हैं। एनसीए में पद संभालने से पहले 46 वर्षीय द्रविड़ भारत ए और अंडर-19 टीमों के कोच थे।

एनसीए निदेशक रहते हुए वह इन दोनों टीमों की प्रगति पर भी निगरानी रखेंगे। द्रविड़ के खिलाफ मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि द्रविड़ की भूमिका हितों के टकराव के दायरे में आती है, क्योंकि वह एनसीए प्रमुख और इंडिया सीमेंट के कर्मचारी भी हैं। द्रविड़ पहले ही अपना जवाब दे चुके हैं कि उन्होंने अपने नियोक्ता इंडिया सीमेंट से अवकाश लिया है और उनका चेन्नै सुपर किंग्स से कोई लेना देना नहीं है।

इंडिया सीमेंट के अनुसार- छुट्टी पर हैं द्रविड़

द्रविड़ ने इंडिया सीमेंट से इस्तीफा नहीं दिया है, बल्कि वह छुट्टी पर हैं। प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने कहा था कि द्रविड़ ने कंपनी से इस्तीफा दिया है, जबकि आधिकारिक कागजों में यह साफ पता चल रहा है कि बीसीसीआई के काम के कारण कंपनी ने उन्हें सिर्फ छुट्टी दी है। आईएएनएस के अनुसार, कंपनी के वरिष्ठ महाप्रबंधक जी. विजयन ने साफ तौर पर लिखा है कि द्रविड़ को दो साल के लिए छुट्टी दी गई है ताकि वह एनसीए के मुखिया का पद संभाल सकें।

पत्र में लिखा है, ‘हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमें आपको बीसीसीआई द्वारा एनसीए के मुखिया बनाए जाने से कोई आपत्ति नहीं है। बीसीसीआई से आपके कार्यकाल के दौरान हम आपको दो साल की शुरुआती छुट्टी देते हैं।’ वहीं राय ने हाल ही में एक अखबार को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि द्रविड़ ने इंडिया सीमेंट से इस्तीफा दे दिया है और इसलिए उनके खिलाफ हितों के टकराव का मुद्दा नहीं बनता।

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