ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे के बाद यहां रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त हो गया है. बताया जा रहा है कि यहां से परिचालन भी शुरु हो गया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में तीन ट्रेनें मरम्मत किए गए ट्रैक से गुजरी. रेल मंत्री ट्रेन हादसे वाली रात ही घटनास्थल पहुंचे थे. वह लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन और ट्रेनों का परिचालन शुरू करने की जद्दोजहद में लगे थे. उन्होंने कहा कि अभी उनका काम पूरा नहीं हुआ है. वह हादसे में मारे गए परिवार का सोच भावुक हो गए.
रेल मंत्री ने बताया कि उनकी कोशिश है कि जो लोग लापता हैं या जो घायल हैं वे अपने परिवार के पास सही सलामत पहुंचे. उन्होंने कहा कि उनका दायित्व अभी पूरा नहीं हुआ है. मीडिया से यह कहते हुए वह भावुक हो गए. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मरम्मत किए गए ट्रैक से ट्रेन के गुजरने का वीडियो भी शेयर किया. वह ट्रैक के पास ही खड़े नजर आ रहे हैं और माल गाड़ी गुजर रही है. इसके बाद वह भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाते दिख रहे हैं.
ट्रेन एक्सीडेंट में 275 यात्रियों की दर्दनाक मौत
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अबतक तीन ट्रेनें गुजरी हैं और सात अन्य ट्रेन आगे के लिए शेड्यूल है. रेलवे बोर्ड ने इस ट्रिपल ट्रेन एक्सीडेंट में सीबीआई जांच की सिफारिश की है. हादसे में अबतक 275 यात्रियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और 1175 यात्री घायल हैं. 100 से ज्यादा यात्रियों की हालत गंभीर है और कई के ऑपरेशन तक की नौबत आई. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मारे गए यात्रियों में बड़ी संख्या में यात्रियों की पहचान नहीं हो पा रही है.
रेल मंत्री लगातार घायलों से मिल रहे हैं. अस्पताल में उनका हालचाल जानने भी पहुंच रहे हैं. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह हाथ से हाथ जोड़ने, साथ रहने और घायलों के लिए जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करने का समय है.. पूरी रेस्क्यू टीम, सुरक्षाकर्मियों, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, भारतीय रेलवे के कर्मचारी और ओडिशा सरकार को उन्होंने सैल्यूट भी किया.
ट्रिपल ट्रेन एक्सीडेंट की दास्तां
तीन दशक में ऐसा पहली बार है जब इतना भयानक ट्रेन हादसा हुआ है. अप-लाइन में 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई. ट्रेन की रफ्तार तेज होने की वजह से माल गाड़ी के साथ टक्कर इतना खतरनाक था कि ट्रेन का इंजन माल गाड़ी पर जा चढ़ी. तेज टक्कर की वजह से ट्रेन के 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और पलट गए. कई बोगियों पूरी तरह बर्बाद हो गईं. बोगियां डाउन लाइन के ट्रैक तक जा पहुंची, जहां तेज रफ्तार से गुजर रही यशवंतपुर एक्सप्रेस टकरा गई.