दिल्ली में नई आबकारी नीति घोटाले को लेकर हंगामा मचा हुआ है. आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एकदूसरे पर जबरदस्त जुबानी हमला कर रही हैं. दरअसल सोमवार को इस मामले में सीबीआई की ओर से समन मिलने के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सोमवार को पूछताछ के लिए सीबीआई ऑफिस पहुंचे थे. इस दौरान दिल्ली में गहमागहमी मची रही. पूछताछ के बाद उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि आप छोड़ने के लिए मुझ पर दबाव डाला गया. मुझे दिल्ली का मुख्यमंत्री पद पाने या जेल की सजा काटने की पेशकश की गयी.
वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात में जनसभा में बीजेपी पर निशाना साधा, तो वहीं बीजेपी ने भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आप के नेताओं पर हमला बोला. सिसोदिया से सीबीआई में पूछताछ के दौरान आप नेता और कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन औऱ नारेबाजी की. जानिए इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ.
- केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शराब घोटाला मामले के संबंध में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से सोमवार को नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया कि वह सवा 11 बजे सीबीआई मुख्यालय पहुंचे. उन्हें सीधे पहली मंजिल पर भ्रष्टाचार रोधी शाखा के कार्यालय ले जाया गया.
- उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री से दिल्ली सरकार की आबकारी नीति, कारोबारी विजय नायर समेत अन्य आरोपियों से उनके संबंध और मामले में तलाशी के दौरान मिले दस्तावेजों के विभिन्न पहलुओं पर नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की.
- आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया किसी से बात किए बगैर ही सफेद रंग की अपनी एसयूवी कार में एजेंसी के कार्यालय से रवाना हो गए. सूत्रों ने बताया कि उन्हें मंगलवार को पेश होने के लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने इस मामले में युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के लोकसभा सदस्य मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे राघव रेड्डी से भी पूछताछ की.
- बाद में मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि उन पर आप छोड़ने का दबाव बनाया गया था और दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की पेशकश की गयी थी. उन्होंने कहा कि बीजेपी कहती है कि आबकारी घोटाला 10,000 करोड़ रुपये का है. मैंने सीबीआई कार्यालय में पाया कि कोई घोटाला नहीं है और मामला फर्जी है. मेरे खिलाफ फर्जी मामला बीजेपी के ऑपरेशन लोटस को दिल्ली में सफल बनाने का षड्यंत्र है.
- उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आप छोड़ने के लिए मुझ पर दबाव डाला गया. मुझे दिल्ली का मुख्यमंत्री पद पाने या जेल की सजा काटने की पेशकश की गयी. जब मैंने कहा कि मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं है तो मुझे कहा गया कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ भी कोई मामला नहीं था लेकिन फिर भी वह जेल में हैं. सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने पूछा कि मैं आप में क्यों हूं और मुझे पार्टी छोड़ने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की पेशकश की.
- सिसोदिया ने बताया, अधिकारियों ने कहा कि मैं जेल जा सकता हूं और मेरे खिलाफ मामला जारी रहेगा. मैंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनने के लिए राजनीति में नहीं आया, मैं ईमानदारी से काम करने के लिए राजनीति में आया हूं. मैंने साफ कहा कि मुझे खुशी होती जब रिक्शा चलाने वाले का बेटा इंजीनियर बनता है और मुख्यमंत्री बनने के बारे में मैं नहीं सोच रहा.
- वहीं, सीबीआई ने सिसोदिया के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में पूछताछ के दौरान उन्हें आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ने की धमकी दी गयी. उसने एक बयान में कहा, सीबीआई ऐसे आरोपों का कड़ा खंडन करती है और दोहराती है कि सिसोदिया से पूछताछ प्राथमिकी में उनके खिलाफ लगे आरोपों के अनुसार ही पेशेवर तथा कानूनी तरीके से की गयी.
- सीबीआई ने कहा कि मामले की जांच कानून के अनुसार जारी रहेगी. सिसोदिया से प्राथमिकी में लगाए आरोपों और जांच के दौरान अभी तक मिले सबूतों को लेकर पूछताछ की गयी. उनके बयान की पुष्टि की जाएगी और जांच की आवश्यकता के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.
- पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर पहुंचने से पहले मनीष सिसोदिया सोमवार सुबह अपनी पार्टी के कार्यालय में गए और वहां से वह राजघाट गए. सीबीआई कार्यालय जाने के दौरान देशभक्ति संगीत के बीच सिसोदिया के काफिले में पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता शामिल थे.
- वहीं इस दौरान विधायक आतिशी और सांसद संजय सिंह समेत आप के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जेएलएन स्टेडियम के समीप प्रदर्शन किया. संजय सिंह को बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया और प्रदर्शन स्थल से हटा दिया. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, मनीष सिसोदिया के जवाबों को अभी अन्य आरोपियों के जवाबों से वेरीफाई किया जाएगा. अगर जरूरत पड़ेगी तो दोबारा बुलाया जाएगा.
- इस मामले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया और अन्य 15 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 477 ए (खातों में हेराफेरी) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा सात के तहत मामला दर्ज किया था. सीबीआई की एफआईआर सिसोदिया का नाम पहले नंबर पर है.
- दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना द्वारा दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति में गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद सीबीआई जांच की सिफारिश की गई थी. शिकायत के बाद सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के घर छापेमारी की थी. ये छापेमारी करीब 14 घंटे तक चली थी. उन पर आरोप है कि दिल्ली आबकारी नीति- 2021-22 में कथित उल्लंघन कर शराब कारोबारियों को फायदा और सरकारी खजाने को अरबों का नुकसान पहुंचाया है.
- वहीं मनीष सिसोदिया से हो रही पूछताछ को लेकर आम आदमी पार्टी भाजपा व केंद्र सरकार पर हमलावर है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित आप नेताओं ने दावा किया है कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ दर्ज मामला फर्जी है. उन्हें गुजरात में चुनाव प्रचार से रोकने के उद्देश्य से पूछताछ के लिए बुलाया गया है. आप नेता ने कहा कि सिसोदिया भगत सिंह के अनुयायी हैं. देश के लिए जेल जाने से नहीं डरते.
- आप के नेताओं के हमले पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि यह लोग कथित शराब घोटाले के संबंध में उनसे पूछे गए सवालों से ध्यान हटाने के लिए नाटक कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया, मनीष सिसोदिया ने आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के बारे में एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया है. भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले दस्तावेजी सबूत और स्टिंग वीडियो हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा इस मुद्दे को दूसरी ओर मोड़ा है.